निकिता मर्डर केस पर बवाल, दो साल पहले भी हुआ था निकिता का अपहरण, तब होती कार्रवाई तो आज वो जिंदा होती

बल्लभगढ़ थाना शहर इलाके के मिल्क प्लांट रोड स्थित अग्रवाल कॉलेज के सामने सोमवार शाम चार बजे बीकॉम अंतिम वर्ष की एक छात्रा का कार सवार दो युवकों ने अपहरण का प्रयास किया। इसमें नाकाम रहने पर एक युवक ने छात्रा को गोली मार दी  जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक, लड़की वल्लभगढ़ के अग्रवाल कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई कर रही थी और पेपर देकर कॉलेज से निकल रही थी। उस वक्त दो आरोपी तौसीफ़ और रेहान ने लड़की का अपहरण करने की कोशिश की। आरोपी लड़की को कट्टे के बल पर गाड़ी में बैठाने की कोशिश कर रहे थे। लड़की के विरोध करने पर आरोपी तौसीफ़ ने गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई।

इस मामले में एक नया खुलासा हुआ है कि बीकॉम अंतिम वर्ष की छात्रा निकिता तोमर के साथ अपहरण की इसी तरह की वारदात को आरोपी साल 2018 में भी अंजाम दे चुका था। आरोपी तौसीफ बारहवीं कक्षा में निकिता के साथ ही पढ़ता था। मूलरूप से रोजका मेव निवासी तौसीफ स्कूल के दिनों से ही युवती को परेशान करता था, लेकिन बात स्कूली बच्चों की मानकर उसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया गया। दो साल पहले आरोपी ने कॉलेज के समय निकिता के अपहरण किया था। पुलिस ने दो घंटे बाद ही निकिता को सकुशल छुड़ा लिया था। इसके बाद पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की और मामला रफा-दफा हो गया। मामला लड़की से जुड़ा था परिजनों ने बात आगे नहीं बढ़ाई। परिवार ने केस वापस ले लिया था। मृतका के पिता ने कहा, “ये लोग पहले भी मेरी लड़की को ले गए थे। हमने केस भी दर्ज़ कराया था। बाद में बड़े बुज़ुर्गों के साथ बैठकर समझौता हो गया था।

मृतका के पिता मूलचंद तोमर ने बताया कि अगर दो साल पहले ही बात को गंभीरता से ले लेते तो आज उनकी बेटी जिंदा होती। परिवार के लोग चाहते थे कि कॉलेज पूरा करने के बाद उसकी शादी कर देंगे। उनका कहना है कि उन्हें नहीं पता था यह चूक उनकी बेटी की जान ले लेगी। लड़की पिता ने कहा कि हमारी मांग है कि हमारे परिवार को सुरक्षा दी जाए  और आरोपियों को जल्द से जल्द फ़ासी दी जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *