बहुजन समाज पार्टी (BSP) के तत्वावधान में सोमवार को राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद शामिल हुए। बैठक में राज्यसभा सांसद रामजी गौतम और प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार भी मौजूद रहे। बैठक का उद्देश्य हाल ही में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनावों का विश्लेषण करना, संगठनात्मक कमजोरियों की पहचान करना और आने वाले वर्षों के लिए संगठन को और अधिक मजबूत बनाना था।
आकाश आनंद ने कहा कि बिहार और देश में सामाजिक न्याय की लड़ाई को और मजबूत करने का समय आ गया है। आज जब संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों पर लगातार दबाव बढ़ रहा है, ऐसे में बहुजन समाज, दलित-पिछड़े, अल्पसंख्यक और वंचित वर्गों को संगठित होकर अपनी राजनीतिक भागीदारी को सशक्त करना होगा। उन्होंने कहा कि BSP सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी नहीं, बल्कि बाबा साहेब अंबेडकर के मिशन और कांशीराम साहब के आंदोलन की निरंतर धारा है, जिसका उद्देश्य सत्ता नहीं बल्कि समाज का परिवर्तन है।
बैठक में संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने कहा कि चुनाव के बाद संगठन पुनर्गठन और सक्रियता के नए चरण में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने बताया कि कार्यकर्ताओं को पुनः संकल्पित और सक्रिय करने के लिए ही यह महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक बुलाई गई है, जो संयोगवश संविधान दिवस पर आयोजित हो रही है।
रामजी गौतम ने चुनाव आयोग की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि मतदान से ठीक पहले महिलाओं के खातों में बड़ी मात्रा में राशि भेजी गई, जिसका सीधा उद्देश्य चुनाव को प्रभावित करना था। उन्होंने कहा, “जब चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश में हाथी की मूर्तियों को ढँकने का आदेश दे सकता है यह कहते हुए कि चुनाव प्रभावित होगा, तो बिहार में महिलाओं के खातों में भेजी गई 10,000 रुपये की राशि पर उसे चुप नहीं रहना चाहिए था।”
उन्होंने आगे कहा कि BSP कई सीटों पर दूसरे और तीसरे स्थान पर रही, लेकिन वोटों को जीत में परिवर्तित करने में कमी रह गई। इसी कमी को दूर करने के लिए संगठनात्मक ढाँचे की समीक्षा और कार्यकर्ताओं को नए सिरे से मैदान में उतरने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होगी, क्योंकि BSP की विचारधारा किसी भी अन्य दल से मेल नहीं खाती।
प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने संविधान दिवस के मौके पर वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कुछ शक्तियाँ संविधान की मूल भावना से हटकर देश को धर्म आधारित दिशा देने की बात कर रही हैं, जो लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है।
अनिल कुमार ने कहा, “संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित यह समीक्षा बैठक हमें याद दिलाती है कि संविधान की रक्षा करना ही हमारा मूल कर्तव्य है। जो शक्तियाँ संविधान को कमजोर करना चाहती हैं, उन्हें हमारे संगठन के माध्यम से जवाब दिया जाएगा।”
