नेपाल के तराई क्षेत्र में एवं उत्तर बिहार के कई जिलों में लगातार हो रही वर्षापात के कारण उत्तर बिहार से होकर बहने वाली नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण पूर्वी चम्पारण, पष्चिमी चम्पारण, गोपालगंज एवं दरभंगा में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुयी है। इसके कारण पूर्वी चम्पारण के चार प्रखण्डों की 25 पंचायतों में 30,062 लोग आंशिक रूप से प्रभावित हैं। पश्चिमी चम्पारण में चार प्रखण्डों की 15 पंचायतों में 95,000 लोग आंशिक रूप से प्रभावित हैं। वहीं गोपालगंज जिले में 05 प्रखण्डों की 19 पंचायतों में 28,376 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, जबकि दरभंगा में 07 प्रखण्डों की 80 पंचायतों में लगभग 03 लाख की जनसंख्या प्रभावित है। बाढ़ की स्थिति को देखते हुये संबंधित जिला प्रशासन युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य में लगा हुआ है। जिलों के सभी वरीय अधिकारी दिन-रात राहत कार्य में लगे हुये हैं।पष्चिमी चम्पारण में गंडक नदी का बगहा में 04 लाख 40 हजार क्यूसेक डिस्चार्ज को देखते हुये जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट कर स्वयं जिलाधिकारी द्वारा अभियंताओं के साथ सभी तटबंधों का देर रात तक निरीक्षण किया गया। माइकिंग के जरिये लोगों को सचेत कर उन्हें सुरक्षित चिन्हित स्थानों पर पहुॅचाया गया एन0डी0आर0एफ0 द्वारा बोट के माध्यम से भी माइकिंग करायी गयी और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुॅचाने की व्यवस्था की गयी। तटबंधों के निकट अभियंताओं की टीम बनाकर 190 होमगार्डों की तैनाती की गयी और उनके द्वारा लगातार तटबंधों की पेट्रोलिंग की जा रही है। पेट्रोलिंग की वजह से कई जगहों पर छोटे-मोटे रिसाव की आपातकालीन तरीके से मरम्मत की गयी। 400 लोगों को निष्क्रमित कर मध्य विद्यालय बगहा में रखा गया है और वहां सामुदायिक किचेन के माध्यम से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये लोगों को भोजन कराया जा रहा है। बेतिया-नरकटियागंज मार्ग में चनपटिया के पास सिकहरना नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण पानी सड़क पर ओवरटाॅप कर रहा है।
जिला प्रशासन पूर्वी चम्पारण प्रभावित लोगों की मदद के लिये पूरी तरह तत्पर है। प्रभावित लोगों के लिये 12 सामुदायिक रसोई चला रहा है, जिसमें 12,234 लोग प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं। लोगों को आवागमन में कठिनाई न हो, इसके लिये 49 नाव उपलब्ध कराये गये हैं। प्रभावित लोगों के बीच 240 पाॅलिथिन शीट्स वितरित किये गये हैं। लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। सामुदायिक किचेन के संचालन में सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क का पालन अनिवार्य रूप से किया जा रहा है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिये एन0डी0आर0एफ0 एवं एस0डी0आर0एफ0 की 02 टीमें तैनात हैं, जो 24×7 स्थिति पर निगरानी रख रही है।
जिलाधिकारी गोपालगंज द्वारा गोपालगंज जिले में अवस्थित 84 किलोमीटर लंबे बाॅध की निगरानी हेतु 24×7 दंडाधिकारियों एवं अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति की गयी है, जो दिन-रात बाॅध की पहरेदारी कर रहे हैं। छोटे-छोटे रिसावों को अविलंब दुरूस्त कर उन्हें सुरक्षित बनाया गया है। जिला प्रशासन की यह कोशिश है कि हर हाल में बाॅध सुरक्षित रहे ताकि बाढ़ की विभीषिका का सामना नहीं करना पड़े। बाॅध के अंदर रह रहे 9,500 लोगो को निष्क्रमित कर सुरक्षित स्थानों पर पहुॅचाया गया है। इनके लिये 03 राहत शिविरों की व्यवस्था की गयी है। 13 सामुदायिक किचेन चलाये जा रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन 14,822 लोग भोजन कर रहे हैं। 03 हजार प्रभावित लोगों को पाॅलिथिन शीट्स उपलब्ध कराये गये
हैं। 100 से अधिक पशुओं के लिये पषुपालकों को 20 क्विंटल से अधिक पशुचारा उपलब्ध करा दिया गया है। एन0डी0आर0एफ0 की 03 टीमें यहाॅ तैनात की गयी हैं, जो 24×7 स्थिति पर निगरानी रख रही है। जिला प्रषासन दरभंगा प्रभावित लोगों की मदद के लिये 98 सामुदायिक रसोई चला रहा है, जिसमें 15,586 लोग प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं। प्रभावित लोगों के बीच 2,217 पाॅलिथिन शीट्स वितरित किये गये हैं। 160 नावों की भी व्यवस्था की गयी है। पशुओं के लिये भी चारे का पर्याप्त इंतजाम किया गया है और अब तक 100 क्विंटल पशु चारे का वितरण किया जा चुका है। लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। सामुदायिक किचेन के संचालन में सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क का पालन अनिवार्य रूप से किया जा रहा है। जिले के सभी वरीय पदाधिकारी दिन-रात कार्यों का अनुश्रवण कर रहे हैं। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिये एन0डी0आर0एफ0 एवं एस0डी0आर0एफ0 की 03 टीमें तैनात हैं, जो 24×7 स्थिति पर निगरानी रख रही है।