बिहार विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बाढ़, बेरोज़गारी, पलायन और कोरोना में नीतीश सरकार की विफलता ही उनकी स्मारिका लिख रही है। लाखों लोग बाढ़, कोरोना और सरकार की उदासीनता से प्रभावित, त्रस्त और त्राहिमाम है।
उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ नियंत्रण करने की बजाय बाढ़ को आमंत्रण देने का काम कर रही है। जल संसाधन विभाग का नाम बदलकर बाढ़ संसाधन विभाग कर देना चाहिए। वही आपदा प्रबंधन विभाग आपदा कु-प्रबंधन में लगा हुआ है।
श्री यादव ने कहा कि लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं तो सरकार ने कितने राहत शिविर और बचाव कार्य में कितने हेलीकॉप्टर लगाए ? मैं हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि अब बहुत हो गया, आपके पास हेलीकॉप्टर है. हेलीकॉप्टर से एरियल सर्वे कर लीजिए हम विपक्ष के हैं. उसके बाद भी हम लोगों के बीच जा रहे हैं, क्योंकि बाढ़ से स्थिति काफी खराब है.
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि अप्रोच रोड से लेकर बांध तक टूट गए हैं. क्या यही नीतीश कुमार के 15 साल का विकास है. 15 साल से वह बिहार के मुख्यमंत्री बने रहे और अब जब बिहार के लोगों को जरूरत है, उन लोगों की जान पर खतरा है, बेघर हो गए हैं, भूखे मर रहे हैं तो मुख्यमंत्री 130 दिनों से घर से बाहर तक नहीं निकले हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम जी से हाथ जोड़कर ससम्मान विनम्र विनती है कि कृपया कोरोना और बाढ़ जैसे गंभीर परिदृश्य में अदृश्य ना रहें. 130 दिन हो गए है कृप्या अब तो जनता के लिए घर से बाहर निकलिए। ऐसी सरकार और राजा का क्या फायदा जो मुसीबत के समय अपनी जनता को मरने के लिए भाग्य भरोसे छोड़ दे?”