जयनगर, मधुबनी से संतोष कुमार शर्मा की रिपोर्ट
सोमवार को मधुबनी जिला के जयनगर अनुमंडल स्थित पवित्र कमला नदी से जल और मिट्टी एकत्र कर वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा-अर्चना के साथ 5 अगस्त को होने वाले श्री राम मंदिर भूमि पूजन के लिए भेजा गया। बता दें कि, 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्री राम मंदिर निर्माण के लिए पहली ईंट रखकर भूमि पूजन करेंगे। जिसके साथ ही मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
पांच सौ वर्षों बाद ऐसा संयोग बना है, कि जब रामलला के लिए भव्य मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। राम जन्मभूमि मामला कई सालों से सुप्रीम कोर्ट में लंबित था। 2019 में कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया। जिसके बाद से श्री राम मंदिर बनाने का मार्ग प्रशस्त हुआ।
पूरे भारतवर्ष के पवित्र स्थलों से जल और मिट्टी को संग्रह किया जा रहा है। जिसे श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सुपुर्द कर दिया जाएगा। भूमि पूजन में बहुत सारे श्रधालु अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहते हैं, परंतु ‘कोरोना वायरस’ महामारी के संक्रमण और लॉकडाउन को देखते चाह कर भी यात्रा नहीं कर सकते हैं। श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के महासचिव ने कहा कि कोविड महामारी को देखते हुए, भूमि पूजन की सारे विधि विधान को दूरदर्शन और अन्य टीवी चैनलों पर लाइव प्रसारण किया जाएगा।
जयनगर के कमला नदी किनारे स्थित ‘पर्णकुटी मंदिर’ के महंत बालकदास बाबा, रामभक्त सचिन सिंह कसेरा एवं अन्य संत मुनि महात्माओं ने वैदिक मंत्रोच्चारण कर माँ कमला से राम मंदिर भूमि पूजन के लिए जल मांगा गया। कोरोना महामारी के कारण जल एवं मिट्टी को पोस्ट ऑफिस के द्वारा अयोध्या धाम के लिए भेजा जाएगा।
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