औरंगाबाद । जिले से कई दिनों के बाद कोई अच्छी खबर आई है। जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल कहते हैं कि औरंगाबाद जिले में पिछले एक सप्ताह से कोविड संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है वहीं दूसरी ओर इस संक्रमण से स्वस्थ होने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
उल्लेखनीय है कि 24 से 28 अप्रैल के बीच औरंगाबाद जिले में कोविड-19 की स्थिति बेहद बुरी हो गई थी जब प्रतिदिन मिलने वाले पॉजिटिव केसों की संख्या 500 का आंकड़ा स्पर्श करने लगी थी लेकिन 3 मई के बाद से इसमें लगातार गिरावट देखी जा रही है। 2 मई को 287 पॉजिटिव मामले थे वहीं 415 लोग स्वस्थ हुए। 3 मई को 384 मामले सामने आए और 497 लोग ठीक हुए। 4 मई को 269 लोग संक्रमित पाए गए और 420 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। 5 मई को 348 मामले पाए गए जबकि 593 लोग ठीक हुए।
6 मई को 297 मामले सामने आए जबकि 469 लोग ठीक हुए। 7 मई को 356 मामले सामने आए और 572 व्यक्ति ठीक हुए। 8 मई को 281 मामले आए तथा 37० लोग स्वस्थ हुए। रविवार को 269 मामले सामने आए और 652 लोग ठीक हो कर घर गए। यानी 3 मई के बाद से लगातार संक्रमण का ग्राफ 400 के नीचे रह रहा है। धीरे धीरे संक्रमण का ग्राफ 300 के नीचे आने लगा है । औरंगाबाद में अभी एक्टिव केसेस की संख्या लगभग 3000 है। जिलाधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन तथा कुछ प्रतिबंधों के साथ-साथ लगातार चलाए जा रहे जागरूकता अभियान तथा स्थानीय नागरिकों की सजगता से भी संक्रमण में कमी आती दिख रही है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि अगर ऐसा ही रहा तो बहुत जल्दी औरंगाबाद संक्रमण से खुद को मुक्त कर लेगा। उन्होंने कहा कि अगर सभी लोग इमानदारी से कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करें तो हम बेहद शीघ्र स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में ले लेंगे। इस बीच जिले में टीकाकरण का कार्य भी तेजी से चल रहा है। 16 जनवरी 2021 से लेकर 10 मई 2021 तक कोविशील्ड के कुल 1 लाख 40 हजार से अधिक डोज दिए जा चुके हैं । जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में कोविड वैक्सीन उपलब्ध है।
18 वर्ष से ज्यादा आयु के लोगों का टीकाकरण भी शुरू हो गया है। इसके लिए लोगों को संबंधित को-विन पोर्टल पर जाकर खुद को रजिस्टर्ड कराना होगा। उसके बाद 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि रजिस्ट्रेशन की संख्या को देखते हुए टीकाकरण सेंटर की संख्या बढ़ाया जा रहा है। एक ही सेंटर पर 45 वर्ष और 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका दिया जाएगा। रजिस्ट्रेशन की संख्या के अनुसार टीकाकरण का समय निर्धारित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि संक्रमण की संख्या बढ़ते ही जिला प्रशासन ने कई कोविड डेडिकेटेड केयर सेंटर स्थापित किए जिनमें ब्लॉक कॉलोनी केयर सेंटर, यादव कॉलेज केयर सेंटर, सिरिस गांव स्थित केयर सेंटर, दाउदनगर केयर सेंटर शामिल हैं। इन सभी केयर सेंटरों पर तमाम आवश्यक सुविधाएं तथा ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया है। बड़ी संख्या में लोग इन सेंटरों में आए और यहां से स्वस्थ होकर गए। उन्होंने कहा कि औरंगाबाद जिले में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और यहां से ही अन्य जिलों में भी ऑक्सीजन भेजी जा रही है।
उन्होंने बताया कि स्वयं उनके द्बारा तथा उनके आदेश पर गठित विभिन्न टीमों के द्बारा लगातार निगरानी रखी जा रही है कि कहीं दवाओं की कालाबाजारी न की जाए। इस क्रम में कुछ दुकानदारों पर कार्रवाई भी की गई है और अन्य पर भी लगातार निगरानी रखी जा रही है। अन्य मेडिकल सेवाओं के लिए भी केन्द्र और बिहार सरकार द्बारा शुल्क का निर्धारण कर दिया गया है और जिला प्रशासन का विशेष प्रयास है कि इसी शुल्क पर ही लोगों को सुविधाएं मिलें। अगर कोई शिकायत आती है तो प्रशासन की ओर से सख्त कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि मास्क को लेकर भी सघन जागरूकता अभियान जिले में चलाया गया तथा बड़ी संख्या में वैसे लोग जो बिना मास्क के घूम रहे थे उन पर जुर्माना भी लगाया गया है। इसका नतीजा है कि अब मास्क पहनने वालों की संख्या कई गुना ज्यादा बढ़ गई है।