अनुभव की बात,अनुभव के साथ – समाचार प्रसारित करने के क्षेत्र की क्रांति है “पोर्टल”
# अनुभव
वक्त के साथ बहुत कुछ बदल गया है और निरंतर ही यह बदलाव जारी है। बदलाव आवश्यक भी है,शर्त यह है कि बदलाव सार्थक हो। बेसिक फोन से मोबाइल और अब स्मार्टफोन का जमाना है। बड़े-बड़े टेलीविजन सेट से एलसीडी,एलईडी और अब स्मार्ट टीवी का जमाना आ गया। हमने 2जी का इस्तेमाल किया, 3जी देखा, 4जी का इस्तेमाल कर रहे हैं और शीघ्र 5जी के आने की संभावना है। परिवर्तन हो रहा है और हर क्षेत्र में बदलाव निरंतर होता जा रहा है।
समाचार का सबसे सशक्त माध्यम जो दशकों से हमें देश-दुनिया की खबरों से अवगत करवा रहा है वो है अखबार। उसके बाद टेलीविजन के माध्यम से हम देश-दुनिया की खबरों को प्राप्त करने लगे और अब जमाना उससे भी कहीं आगे निकलते हुए वेब की दुनिया में पहुंच चुका है।वक्त बदला है और आज की युवा पीढ़ी स्मार्ट होते जा रही है। काफी व्यस्त दिनचर्या के बीच वक्त की कमी से हर कोई जूझ रहा है। लोगों को हर चीज चाहिए,वो भी शीघ्र।यही वजह रही है कि धीरे-धीरे पाठकों की संख्या घटती जा रही है।अखबारों में आने वाला समाचार हमें अगले दिन मिलता है जिससे अखबारों में आने वाली खबरें पुरानी नजर आती हैं।जितने भी राष्ट्रीय या प्रादेशिक चैनल हैं उनके पास भी खबरों के उपलब्ध हो पाने का एक सीमित दायरा है। छोटे-छोटे जगहों पर उनके संवाददाता नहीं होते, जिस वजह से कई महत्वपूर्ण खबरों को अपने चैनल पर दिखा पाने में वो सक्षम नहीं हैं।इन सारी समस्याओं को दूर करने के लिए आज के समय में समाचार जानने का सबसे सशक्त माध्यम है पोर्टल (वेब)।पोर्टल के साथ सबसे अच्छी बात यह है कि यह मात्र कुछ घंटों में,यहां तक कि कभी-कभी किसी घटना के होने के कुछ मिनट के बाद ही ये समाचार को प्रसारित कर देते हैं।हमें बैठकर न अखबर पढ़ने की आवश्यकता होती है और न टेलीविजन देख कर समय बर्बाद करने की आवश्यकता है।आज गरीब से गरीब लोगों के पास भी स्मार्टफोन उपलब्ध है। हम कभी भी,कहीं भी पोर्टल के समाचार को अपने स्मार्टफोन पर पढ़ सकते हैं, देख सकते हैं।पोर्टल के संवाददाता गांव-गांव तक में उपलब्ध हैं,जिससे समाज के निचले तबकों तक की समस्याओं या छोटी-छोटी घटनाओं की जानकारी समाज को, देश-दुनिया को मिलती रहती है। कई लोगों को पत्रकारिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका मिलता है।
यह हकीकत है कि पोर्टलों ने आज के समय में समाचार प्रसारित करने के क्षेत्र में एक क्रांति ला दी है। यह कहना गलत नहीं होगा कि आज के वक्त में पोर्टल के बगैर समाचार की दुनिया अधूरी है।आज पोर्टल जन-जन तक किसी भी समाचार को प्रसारित करने का सबसे सुलभ माध्यम है।
लेकिन यह बेहद अफसोस की बात है कि हमारी सरकार आज भी पोर्टल से जुड़े संवाददाताओं को पत्रकार का दर्जा देने के लिए तैयार नहीं है। जो कहीं से भी उचित नहीं है। हमारी सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।समाज की जन समस्याओं को,आमजन से जुड़े मुद्दों को जन-जन तक पहुंचाना हो,कोई भी समाचार कम समय में देश दुनियाँ में प्रसारित करना हो तो पोर्टल से अच्छा और कोई अन्य माध्यम नहीं है।हमें उम्मीद है कि आज नहीं तो कल सरकार पोर्टल के महत्व और ताकत को समझेगी और उनसे जुड़े संवाददाताओं को भी अखबार और टेलीविजन के पत्रकारों के बराबर का दर्जा देगी।