लोकायुक्त कानून में संशोधन एवं सच्चिदानंद सिन्हा के उपेक्षा पर राष्ट्रवादी विकास पार्टी शहीदे आजम भगत सिंह के शहादत दिवस पर आंदोलन चलाने का संकल्प लिया।
23 मार्च 2021 मंगलवार को दिन के 10:00 बजे से महामहिम राज्यपाल के समक्ष सरकार द्वारा निर्धारित धरना स्थल गर्दनीबाग मैं राष्ट्रवादी विकास पार्टी के पदाधिकारियों के द्वारा सरदार भगत सिंह राजगुरु सुखदेव के शहादत दिवस एवं महान स्वतंत्रता सेनानी प्रख्यात समाजवादी आंदोलन के संस्थापक नेता डॉ राम मनोहर लोहिया के जन्मदिन के अवसर पर सामूहिक उपवास संध्या 5:00 तक किया गया। यह उपवास का कार्यक्रम बिहार निर्माता संविधान सभा भारत के प्रथम अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद सिन्हा के उपेक्षा किए जाने के विरोध एवं उन्हें भारत रत्न दिए जाने तथा पटना में उनकी प्रतिमा स्थापित किए जाने की मांग एवं बिहार में लोक शिकायत निवारण कानून सूचना अधिकार कानून के पूर्ण रूप से विफल होने तथा लोकायुक्त कानून में संशोधन कर शिकायतकर्ता के विरुद्ध जेल भेजे जाने एवं आर्थिक दंड लगाए जाने के प्रावधान किए जाने के विरुद्ध तथा सोशल मीडिया पर सरकारी अधिकारियों माननीय विधायक को माननीय मंत्रियों के खिलाफ कुछ बोलने लिखने के विरुद्ध जेल भेजे जाने के प्रावधान किए जाने के विरोध आयोजित किया गया उपवास करने वाले लोगों में संजय रघुवर प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रवादी विकास पार्टी बिहार लल्लन सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष राष्ट्रवादी विकास पार्टी बिहार राम आशीष पासवान उपाध्यक्ष राष्ट्रवादी विकास पार्टी बिहार अधिवक्ता अजय कुमार अरोरा महा सचिव संगठन बिहार प्रिया रंजन कुमार महासचिव बिहार विनोद कुमार जिला अध्यक्ष पटना शहरी क्षेत्र राकेश कुमार सिंह उपाध्यक्ष जिला शहरी क्षेत्र संजय जयसवाल महासचिव जिला शहरी क्षेत्र आनंद शंकर जिला प्रवक्ता जिला शहरी क्षेत्र राम आशीष कुमार सिन्हा महासचिव जिला शहरी क्षेत्र सुधीर कुमार सिन्हा कार्यालय सचिव बिहार श्रीमती रंजू देवी सुश्री खुशबू कुमारी इत्यादि ने उपवास रखा इस उपवास के माध्यम से जिला प्रशासन द्वारा प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी को उक्त विषय के संबंध में अलग-अलग ज्ञापन सौपे गए प्रियरंजन कुमार एवं राम आशीष सिन्हा के द्वारा प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी को ज्ञापन उपलब्ध कराया गया उक्त संदर्भ में महामहिम राज्यपाल से प्रतिनिधिमंडल को मिलने का समय निर्धारण हेतु राज्यपाल जी के एडीसी के नाम संजय रघुवर द्वारा संबोधित पत्र राजभवन को उपलब्ध कराया गया सच्चिदानंद सिन्हा बिहार के निर्माता रहे हैं उनके लंबे संघर्ष के बाद 1912 में बिहार एक प्रदेश के रूप में अस्तित्व में आया उस समय उड़ीसा और झारखंड में बिहार राज्य में थे पटना का बिहार विधान सभा भवन बिहार विधान परिषद भवन पुराना सचिवालय भवन माननीय उच्च न्यायालय का भवन पटना हवाई अड्डा सच्चिदानंद सिन्हा के द्वारा दी हुई जमीन में बनाए गए थे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का भवन शतानंद सिन्हा का निजी आवास था जिन्होंने शिक्षा के विस्तार के लिए स्वेच्छा से बिहार सरकार को सुपुर्द कर दिया था अपनी पत्नी श्रीमती राधिका सिन्हा के मरणोपरांत उनकी स्मृति में उनके द्वारा श्रीमती राधिका सिन्हा पुस्तकालय का निर्माण कराया गया था जो बिहार सरकार के तानाशाही रवैया के फल स्वरुप खात्मे के कगार पर है अभी बिहार सरकार के द्वारा लोकायुक्त कानून में जो संशोधन किए गए हैं इस कानून से कोई व्यक्ति किसी भी भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ किसी भी भ्रष्ट मंत्री के खिलाफ सरकार में जाने का साहस नहीं करेगा इसी तरह से सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार के अन्याय अत्याचार उत्पीड़न के खिलाफ कोई कुछ नहीं बोल पाएगा कुछ नहीं लिख पाएगा इस आदेश के खिलाफ राष्ट्रवादी विकास पार्टी अभियान चलाएगी इसी तरह से बिहार लोक शिकायत निवारण कानून सूचना अधिकार कानून बिहार में पूर्ण रूप से सरकारी अधिकारियों की अकर्मण्यता उनकी उदासीनता कागजों में कैद होकर आ गया है इसे सशक्त बनाने के लिए राष्ट्रवादी विकास पार्टी आंदोलन चलाएगी आज शहीद ए आजम भगत सिंह एवं उनके साथियों के शहादत दिवस पर तथा जन संघर्ष के बड़े नेता डॉ राम मनोहर लोहिया जी के जन्मदिन के अवसर पर राष्ट्रवादी विकास पार्टी के सभी पदाधिकारियों ने यह संकल्प लिया है