पटना। बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स में सूबे के व्यापारियों द्वारा बुलायी गयी बैठक में बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा दिये गये ज्ञापन का जबाब देते हुए पूर्व मध्य रेल महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने कहा कि रेलवे हंगरी फॉर कारगो है। सभी उत्पादों को रेलवे के दायरे में लाना है। जितना भी स्थान हो सकेगा साइडिंग बढ़ाने की कोशिश करेंगे। इस संबंध में रेलवे बोर्ड से भी बात करेंगे।
उन्होंने कहा कि रेलवे को भेजे गए हर पत्र का जबाब दिया जाएगा। सभी पत्रों पर विचार करेंगे तथा उसका जबाब भी देंगे। वहीं मीठापुर फ्लाई ओवर के बारे में भी बताया कि उसका कोई भी मैटर पेंडिंग नहीं है। कुछ माह में समाधान हो जाएगा।
वहीं मुख्य यात्री परिचालन प्रबंधक सलिल कुमार झा ने कहा कि पिछले एक साल में कई गुड्स शेड खोला गया है और आने वाले दिनों में हरौली सहित अन्य स्थानों पर गुड्स शेड भी खोले जाएंगे। आरा में अधिक भीड़ होने के कारण कुल्हडिय़ा में गुड्सशेड का निर्माण किया जा है।
प्रधान मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि प्रत्येक मंडल में गुड्सशेड में 24 घंटा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मंडल रेल प्रबंधक को इसकी जिम्मेवारी दी गयी है। गुड्सशेड डेवलपमेंट सुविधा का कार्य पहले पीपीपी मोड पर पांच साल के लिए दिया जाता था इसे बढ़ाकर दस साल के लिए कर दिया गया है।
बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से अपने ज्ञापन में अध्यक्ष पी के अग्रवाल ने रेलवे को गुड्स साइडिंग और शेड फैसिलिटी, रेलवे साइडिंग के आधारभूत संरचना, बिलंव शुल्क और घाटा शुल्क, अनवरत कार्य, पूछताछ व सहायता सहित अन्य मामलों में हो रही परेशानी का जिक्र किया।
रेलवे के अधिकारियों ने ज्ञापन में सारे बिंदुओं को सुना तथा इसका समाधान निकालने का भी आश्वासन दिया। बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से उपाध्यक्ष मुकेश कुमार जैन, कोषाध्यक्ष विशाल टेकरीबाल, ए के पी सिन्हा तथा रेलवे की ओर से मुख्य वाणिज्य प्रबंधक के सहायक अमिताभ प्रभाकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
श्वेता / पटना