बिहार से सत्ता जाने के बाद भाजपा नेता हो गए डिप्रेशन के शिकार

पटना। युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अरुण कुमार यादव ने कहा कि बिहार से सत्ता जाने के बाद भाजपा के नेता डिप्रेशन के शिकार हो गए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा नेताओं में हिम्मत है तो हिंदू मुस्लिम, मंदिर मस्जिद को छोड़कर गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई सहित जनसरोकार से जुड़े मुद्दों पर राजनीति करें।

श्री यादव ने कहा कि नवादा के जनसभा में अमित शाह को बताना चाहिए कि 2014 में देश में बेरोजगारी दर 4.7 प्रतिशत थी और 2023 में बेरोजगारी दर बढ़कर 8.3 प्रतिशत हो गया। इसके लिए दोषी कौन है। 2014 में घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 410 रुपया था और 2023 में बढ़कर 1205 रुपया हो गया इसके लिए दोषी कौन है। श्री यादव ने कहा कि जनसभा में भाजपा नेताओं को बताना चाहिए कि हर वर्ष दो करोड़ युवाओं को रोजगार क्यों नहीं मिला। 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुनी क्यों नहीं हुई । 2022 तक हर गरीब परिवार को पक्के का मकान क्यों नहीं बना।

केंद्र की भाजपा सरकार ने देश की जनता से कई वादे किए थेए 9 साल में कितने वादे पूरा हुआ। श्री यादव ने कहा कि भाजपा को जनता से जुड़े मुद्दों से कोई मतलब नहीं है। भाजपा सिर्फ वोट बैंक के लिए धार्मिक और भावनात्मक नारों के सहारे नफ रत की राजनीति करती है। बिहार की जनता जागरूक है।आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का बिहार में खाता भी नहीं खुलेगा।

श्वेता

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