पटना, 01 सितम्बर 2020:- सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार, अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू एवं जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी।
स्थिति में उतरोत्तर सुधार, बिहार का रिकवरी रेट बढ़कर लगभग 88 प्रतिशत
सचिव, सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार द्वारा लगातार सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। स्थिति में उतरोत्तर सुधार हो रहा है और बिहार का रिकवरी रेट बढ़कर लगभग 88 प्रतिशत हो गया है, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग 11 प्रतिशत अधिक है। चिकित्सकीय गुणवत्ता भी काफी बेहतर हुई है, इसके लिए प्रोटोकॉल्स बने हैं तथा नियमित रूप से वरीय पदाधिकारीगण अस्पतालों में विजिट कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव में मास्क का उपयोग काफी प्रभावी सिद्ध हुआ है इसलिए सभी लोग मास्क जरुर पहनें। उन्होंने बताया कि रोजगार सृजन पर भी सरकार का विशेष ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 60 हजार 201 योजनाओं के अंतर्गत 14 करोड़ 36 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है।
कोविड-19 के 1,928 नये मामले सामने आये, 2,029 लोग हुए स्वस्थ
सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 2,029 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 1,21,601 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं। बिहार का रिकवरी रेट 87.95 प्रतिशत है। विगत 24 घंटे में कोविड-19 के 1,928 नये मामले सामने आये हैं। वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 15,954 एक्टिव मरीज हैं। पिछले 24 घंटे में 1,15,559 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 33,02,720 है। उन्होंने बताया कि आज से राजकीय मेडिकल कॉलेज बेतिया में आर0टी0पी0सी0आर0 जांच प्रारंभ हो गयी है। अब सिर्फ दो ही सरकारी मेडिकल कॉलेज- एन0एम0सी0एच0 पटना और वर्द्धमान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस पावापुरी बचे हुये हैं, जहाॅ पर आर0टी0पी0सी0आर0 जांच के लिए सिविल वर्क चल रहा है, जिसे शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा।
1 अगस्त से अब तक 80 कांड दर्ज, 123 व्यक्तियों की हुई गिरफ्तारी
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा 01 अगस्त से लागू अनलॉक-3 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 418 वाहन जब्त किये गये हैं और 21 लाख 18 हजार 100 रूपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है। इस दौरान 02 कांड दर्ज किये गये हैं और 10 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। इस प्रकार 1 अगस्त से अब तक 80 कांड दर्ज किये गए हैं और 123 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। कुल 19,745 वाहन जब्त किए गए हैं और करीब 05 करोड़ 43 लाख 55 हजार रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 3,329 व्यक्तियों से 01 लाख 66 हजार 450 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। इस प्रकार 01 अगस्त से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 1,45,981 व्यक्तियों से 72 लाख 99 हजार 50 रूपये की जुर्माना राशि वसूल की गयी है। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं।
गंगा नदी का जलस्तर गांधी घाट, हाथीदह एवं कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर
जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने बताया कि गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज पर आज 02 बजे दिन में 95,200 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है। गंगा नदी का जलस्तर गांधी घाट, हाथीदह एवं कहलगांव में खतरे के निशान से क्रमशः 10 सेंटीमीटर, 27 सेंटीमीटर, एवं 13 सेंटीमीटर ऊपर है। कोशी नदी के वीरपुर बराज पर 88,435 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति स्थिर है। सोन नदी में इन्द्रपुरी बराज पर आज 80,712 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है। बागमती नदी का जलस्तर कटौझा, बेनीबाद, हायाघाट, ढेंग, सोनाखान, डूब्बाधार एवं कनसार/चंदौली सभी गेज स्थलों पर खतरे के निशान से नीचे है। कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर वीयर के डाउनस्ट्रीम के पास खतरे के निशान से ऊपर है, जबकि झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से नीचे है। महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर एवं ढेंगराघाट गेज स्थल पर खतरे के निशान से नीचे है। बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खगड़िया में खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर ऊपर है, जबकि सिकन्दरपुर, समस्तीपुर रेल पुल एवं रोसरा रेल पुल में खतरे के निशान से नीचे है। घाघरा नदी का जलस्तर दरौली एवं गंगपुर सिसवन में खतरे के निशान से नीचे है। जल संसाधन विभाग द्वारा सतत् निगरानी एवं चैकसी बरती जा रही है।
एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 और बोट्स के माध्यम से 5,50,792 लोगों को किया निष्क्रमित
अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जहाँ आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है। प्रभावित इलाकों में 34 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 31,652 लोग भोजन कर रहे हैं। सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एन0डी0आर0एफ0 और एस0डी0आर0एफ0 की टीमें प्रतिनियुक्त हैं और अब तक प्रभावित इलाकों से एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 और बोट्स के माध्यम से 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है। अब बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक बाढ़ प्रभावित 14,58,190 परिवारों के बैंक खाते में प्रति परिवार 6,000 रुपये की दर से कुल 874.91 करोड़ रुपये जी0आर0 की राशि भेजी जा चुकी है। सभी लाभान्वित परिवारों को एस0एम0एस0 के माध्यम से सूचित भी किया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग संपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है।