राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि 15 वर्षों में श्री नीतीश कुमार और बीजेपी ने बिहार में एक सुई का भी कारख़ाना नहीं लगवाया। कोई इंडस्ट्री नहीं लगवाई, लेकिन हाँ ! तबादला उद्योग ज़रूर लगाया है।
श्री यादव ने प्रेस बयान जारी कर मुख्यमंत्री पर जमकर बरसे।
उन्होंने कहा कि अभी जून महीने में सुशासन बाबू के आशीर्वचन और पावन सानिध्य में सबसे बड़ा तबादला घोटाला हुआ ताकि जनादेश अपमान की लाज रखी जा सके। ये पूछिए कि किस विभाग में घोटाला नहीं हुआ? बिहार कार्यपालिका नियमावली के नियमों की सरेआम धज्जियाँ उड़ाई गयी है।
उन्होंने कहा कि इस सरकार में Capability, Compatibility और performance कोई मापदंड नहीं है। जो जितना चढ़ावा चढ़ाएगा उसे मनवांछित पोस्टिंग मिलेगी। मैं बिहार के सभी योग्य और प्रतिभाशाली अधिकारियों से आग्रह करता हूँ कि इस भ्रष्ट सरकार की भ्रष्ट व्यवस्था का कड़ा विरोध किजीए। अगर योग्यता की जगह चढ़ावा पैमाना होगा तो धरातल पर कोई सकारात्मक विकास कार्य नहीं होगा। रिश्वत देकर पोस्टिंग पाने वाला कर्मचारी 100 फ़ीसदी भ्रष्टाचार करेगा। इसमें सीधा नुक़सान योग्य एवं ईमानदार कर्मचारी और जनता का है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जून महीने में राजस्व भूमि सुधार, परिवहन, पथ निर्माण, भवन निर्माण, ग्रामीण विकास कार्य विभाग इत्यादि विभागों में तबादले के लिए बोली लगी है। अगर मुख्यमंत्री जी और उपमुख्यमंत्री जी में तनिक भी नैतिकता बची है तो ऐसे भ्रष्ट मंत्रियों का इस्तीफ़ा लीजिए। अन्यथा स्पष्ट है कि आप ऐसी भ्रष्ट परंपरा के संरक्षक है।