नई दिल्ली: सदियों से भारत की पहचान रहे योग को आज एक नया मुकाम मिल गया। संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का ऐलान कर दिया। इस ऐलान के साथ ही हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा।
सितंबर महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में अपने पहले संबोधन में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की जोरदार पैरवी की थी। इस प्रस्ताव में उन्होंने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दिए जाने की भी बात कही थी। मोदी की इस पहल का 170 देशों ने समर्थन किया। ये पहला मौका नहीं था जब मोदी का योग प्रेम सामने आया हो। पीएम मोदी लगातार दुनिया भर में योग का प्रचार कर रहे हैं। अमेरिका हो या ऑस्ट्रेलिया, पीएम मोदी जहां भी गए, अपने संबोधनों में योग की तारीफ जरूर की।
देश और दुनिया में योग को बड़ी पहचान देने में 2 लोगों का अहम योगदान है योग गुरु बीएस आयंगर और योग गुरु बाबा रामदेव। आयंगर योगा के मुरीद पूरी दुनिया में हैं तो बाबा रामदेव की कपालभाती और अनुलोम-विलोम घर-घर तक पहुंच चुका है।
भारत में जन्मी योग पद्धति हमेशा से ही विदेशियों को प्रभावित करता आया है। अकेले अमेरिका में तकरीबन 1.5 करोड़ लोग नियमित योग करते हैं तो वहीं योग सीखने की ललक कई विदेशियों को भारत की ओर खींचती रही है।