पटना : एसोसिएशन फॉर कंजर्वेशन एंड टूरिज्म की ओर से बिहार की राजधानी पटना में 7वें हिमालयन ऑरेंज टूरिज्म फेस्टिवल 2025 का आयोजन किया जा रहा है। यह फेस्टिवल 11 से 13 दिसंबर, 2025 तक पटना सिटी सेंटर मॉल में होगा। उक्त बात की जानकारी होटल चेरियोट इन, एग्जिबिशन रोड में प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए राज बसु, संयोजक, एसोसिएशन फॉर कंजर्वेशन एंड टूरिज्म ने दी । उन्होंने कहा कि हिमालयन ऑरेंज टूरिज्म फेस्टिवल एसोसिएशन फॉर कंजर्वेशन एंड टूरिज्म की एक महत्वपूर्ण और समुदाय आधारित पहल है। इसकी शुरुआत 2010 में डूअर्स के सामसिंग-जलढाका क्षेत्र से हुई जहाँ किसानों, गाँवों, स्थानीय संस्कृति और प्रकृति को एक साथ जोड़ने का विचार जन्मा। धीरे-धीरे यह उत्सव पेमलिंग और लोहागढ़ से होता हुआ 2014 में कोलकाता पहुँचा। कोलकाता में स्थित सिटी सेंटर प्रशासन के निःशर्त और दयालु समर्थन के कारण एसोसिएशन फॉर कंजर्वेशन एंड टूरिज्म ग्रामीण समुदायों को पर्यटन के मूल शहरों, विशेष रूप से कोलकाता, सिलीगुड़ी और पटना से जोड़ने में सक्षम हुआ। समय के साथ डूअर्स, दार्जिलिंग, सिक्किम, अरुणाचल, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, मणिपुर और हिमाचल प्रदेश की भागीदारी ने हिमालयन ऑरेंज टूरिज्म फेस्टिवल को एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और अंतरराष्ट्रीय मंच बना दिया।
टूरिज्म एसोसिएशन ऑफ बिहार के अध्यक्ष एस के सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल, असम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर, भूटान और नेपाल के लोग हिस्सा लेंगे। यहां वे अपनी खेती, स्थानीय संस्कृति, पारंपरिक जीवनशैली और कला को लोगों के सामने पेश करेंगे। इस फेस्टिवल में एग्रो-टूरिज्म, पारंपरिक हस्तशिल्प, स्थानीय स्वादिष्ट भोजन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, होमस्टे और पर्यटन जानकारी जैसी कई आकर्षक चीजें देखने को मिलेंगी। यह आयोजन न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देगा बल्कि किसानों, कारीगरों और ग्रामीण समुदायों को कमाई और पहचान दिलाने में भी मदद करेगा। प्रेस वार्ता में समन्वयक गिताली लाहिड़ी, महाश्वेता रॉय, तन्निष्ठा रक्षित और अमरेंद्र कुमार पांडेय, निदेशक प्रभारी, कोफैम, नार्थ बंगाल यूनिवर्सिटी ने भी कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। मौके पर टूरिज्म एसोसिएशन ऑफ बिहार से प्रकाश चंद्र, प्रभात कुमार, ज्ञानेंद्र सिंह, शिप्रा सिंह एवं सिटी सेंटर मॉल से अभिषेक कुमार मौजूद रहे।
