किसी भी पत्रिका में यदि विभिन्न समसामयिक समेत हर क्षेत्र के मुद्दे हों तो वह पाठकों के लिए रोचक हो जाती है। राजनीतिक मुद्दे आज की तिथि में सबसे सस्ते रूप उपलब्ध हो जाते हैं। उक्त बाते बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने पटना के आईएमए हाल सभागार में “अंबिका उजाला” मासिक पत्रिका के लोकार्पण के अवसर पर कही। पत्रिका का लोकार्पण बीते शुक्रवार 6 दिसंबर को किया गया।
अतिथियों ने किया दीप प्रज्वलित
इसके पूर्व समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि पूर्व पुलिस महानिदेशक अभयानंद, विशिष्ट अतिथि राज्य कर उपायुक्त समीर परिमल, वरिष्ठ मीडियाकर्मी प्रवीण बागी, निखिल के डी वर्मा, मधुप मणि पिक्कू, बिहार सरकार के सेवानिवृत अभियंता शिवजी सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
पूर्व महानिदेशक ने कहा कि निष्पक्ष, निर्भीक एवं ईमानदारी से पत्रकारिता करना सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने समाचार संकलन और समाचार सिलेक्शन पर विशेष रूप से बल दिया।
उन्होंने कहा कि पत्रकारों को झोपड़ी से महल तक लोगों से रूबरू होकर जन समस्याओं को मानचित्र पर पारदशी बनाए रखना चाहिए। पूर्व पुलिस महानिदेशक सभागार में मौजूद लोगों से कहा कि आज के डिजिटल दौर में सामान्य समाचार तो हर प्लेटफॉर्म पर परोसे जाते हैं, लेकिन जो खबर आम जनता से जुड़ी हों, उन्हें लोगों के सामने लाना ही असली पत्रकारिता है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान डिजिटल युग में मासिक पत्रिका या समाचार-पत्र को लोगों तक मजबूती से पहुंचाना आज के समय में एक बड़ी चुनौती है।
कोई भी मीडिया ऐसा नहीं जो बगैर ‘राजनीति’ मुद्दे के चले
मुख्य अतिथि ने समाचार संकलन पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी न्यूज प्लेटफॉर्म के लिए आज सबसे सस्ता विषय ‘राजनीति’ है। पत्रकार किसी एक पक्ष को पकड़ कर लिख-छाप देते हैं। आज कोई भी अखबार या मैगजीन ऐसा नहीं है जो बिना राजनीति के चलता है।
आम लोगों तक बनाए पहुंच
मैगजीन को लोकप्रिय बनाने के लिए अपनी सलाह देते हुए अभयानंद ने कहा कि ‘आम लोगों’ के बीच में अगर मैगजीन को पोपुलर बनाना है तो उसमें आम आदमी की कहानी डालनी चाहिए।
अंबिका उजाला की टीम ने एक चुनौती को किया है स्वीकार
राज्य कर उपायुक्त समीर परिमल ने कहा कि निष्पक्ष, निर्भीक एवं ईमानदारी से पत्रकारिता करना सबसे बड़ा चैलेंज है। वर्तमान में पत्रकारिता में खुद को साबित कर सत्य पर खड़ा रहना और पत्रिका निकालने जैसे कार्य को उठाकर अंबिका उजाला की टीम ने एक चुनौती को स्वीकार किया है, जिसमें हम सभी आपके साथ हैं।
“कलम आज भी बोलती है”
पत्रकार मधुप मणि “पिक्कू” ने “अंबिका उजाला” की टीम को शुभकामना देते हुए कहा कि आपको ये साबित करना है कि “कलम पहले भी बोलती थी, आज भी बोलती है और कल भी बोलेगी।” अंबिका उजाला टीम के संस्थापक सदस्य अनुभव रंजन जैसे युवा पत्रकार ने कम उम्र में जितना अनुभव प्राप्त कर लिया वह तारीफे काबिल है।
पत्रकार निखिल के डी वर्मा ने पत्रिका की टीम को शुभकामना देते हुए कहा कि उम्मीद करते हैं कि पत्रिका पूरे देश की खबरों पर पैनी नजर रखने का काम करेगी।
पत्रिका के संपादक ब्रजेश पाण्डेय ने मंच संचालन किया। इस अवसर पर ब्रजेश पाण्डेय ने कहा कि मैगजीन का मुख्य उद्देश्य ‘सच्चाई से समझौता नहीं” है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इस मैगजीन के माध्यम से आम लोगों की समस्याओं को सामने लाया जाएगा जाएगा ताकि सरकार इन पर ध्यान दे सके।
मैगजीन के इस लॉन्च इवेंट में मैगजीन प्रेमियों, मीडिया और गणमान्य अतिथियों की अच्छी-खासी उपस्थिति रही। मुख्य रूप से एलीट इंस्टिच्युट निदेशक अमरदीप झा गौतम, पूर्व अध्यक्ष रोटरी क्लब राजेश अग्रवाल, पत्रकार रणविजय सिंह, नव नियुक्त डीएसपी एच एन सिंह, राजा वर्मा ब्यूरो चीफ बिहार, आलोक रंजन मगध प्रमंडल ब्यूरो चीफ, आरती कुमारी जिला ब्यूरो चीफ, प्रियर्दशना जिला ब्यूरो चीफ, छोटे लाल मिश्रा विधी सलाहकार उच्च न्यायालय, पटना एवं गणमान्य लोग मौके पर मौजूद रहे।