पटना, 30 अक्टूबर 2017:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद सभाकक्ष में आयोजित उद्यमी पंचायत की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हस्तकरघा, विद्युत करघा, बुनकर, रंगरेज, सिल्क व्यवसाय से जुड़े प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याओं को रखा है, उसके समाधान के लिए उस पर गंभीरतापूर्वक चर्चा की गई। आज की इस बैठक में उद्यमियों द्वारा अच्छे सुझाव दिए गए और कुछ लाभकारी बातें भी सामने आयी है। हैंडलूम, पॉवरलूम, रेशम के क्षेत्र में रोजगार की काफी संभावनाएं हैं। सेवा यात्रा के दौरान रेशम उत्पादित इलाकों का भी दौरा किया था। उस दौरान नई नीति बनाने का सुझाव दिया था। नीति बनी लेकिन क्रियान्वयन में थोड़ा समय लगा। इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की पूरी संभावना है। जीविका को ग्रामीण विकास विभाग को और गति देनी होगी। जीविका के माध्यम से रेशम के रोजगार की काफी संभावना है। तसर के उद्योग के लिए महिलाओं को 661 उपकरण दिए जा चुके हैं, जिससे और भी प्रभावकारी परिणाम सामने आएगा। हैंडलूम को-ऑपरेटिव सोसायटी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसकी संख्या बढ़ाने की जरुरत है, आंकड़ों को अपडेट करने की जरुरत है, जिससे आपको फायदा होगा, आपका संगठन मजबूत होगा। चार रीजनल यूनियन है, जिसको और बढ़ाने की जरुरत है। जो भी प्राथमिक चीजें हैं, उसमें हमारा पूरा सहयोग रहेगा। उद्योग एवं सहकारिता विभाग की विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक बैठक होगी जिसमें शीघ्र ही समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। सतरंगी चादर के बारे में उन्होंने कहा कि एक एजेंसी का चयन कर क्वालिटी का ध्यान रखते हुए सप्लाई कीजिए। रंगरेजों के बारे में उन्होंने कहा कि उनकी अपनी पहचान है। बुनकर लोग रंगरेजों से आपसी संबंध को बेहतर बनाकर रोजगार की संभावना बढ़ा सकते हैं। रंगरेजों की एक समय बहुत दयनीय स्थिति हो गई थी, जिन्हें अपने जीविकोपार्जन के लिए तरह-तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता था। बुनकर क्षेत्र से जोड़कर रंगरेजों में रोजगार के अवसर को बढ़ाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन क्षेत्रों में रोजगार की काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी अपने उद्योग की तरफ उपभोक्ताओं को आकर्षित करने का उपाय कीजिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हैंडलूम और पॉवरलूम क्षेत्र को और मजबूत करेंगे। भागलपुर में चंपानगर जहां बिजली भुगतान की समस्या को हल करने के लिये नए कनेक्शन दिये जायेंगे, इसके लिये 15 नवंबर से कैंप लगाया जाएगा। साथ ही पुराने बकाए के लिए वन टाइम सेटलमेंट की कार्रवाई की जाएगी। जो भी सहायता होगी सरकार करेगी। ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिले, सरकार की ये कोशिश है। उन्होंने कहा कि इस बार के उद्यमी पंचायत में खासकर के आपलोगों को बुलाया गया है ताकि आपकी समस्या को सुनकर उसका समाधान निकाला जा सके। आप लोगों को मजबूती मिले। परंपरागत उद्योग को मजबूती देना चाहते हैं और इसे कायम रखना चाहते हैं। उद्योग विभाग आपलोगों के लिए हमेशा उपलब्ध है। मुख्य सचिव के स्तर पर दो महीने के बाद कार्यों के प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
उद्यमी पंचायत में हैंडलूम, पॉवरलूम, सिल्क, रंगरेज व्यवसाय से जुड़े हुए क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसमे अध्यक्ष बिहार राज्य हस्तकरघा बुनकर सहयोग संघ श्री नकीब अहमद, अध्यक्ष भागलपुर तसर सिल्क प्रा0बु0स0 समिति चंपानगर मोहम्मद अंसारी, भागलपुर के सोलेह अंसारी, रोहतास के श्री रामवृक्ष पाल, नवादा के श्री शैलेंद्र कुमार, नालंदा के श्री कपिलदेव प्रसाद, गया के श्री प्रेम नारायण प्रसाद, भागलपुर के मो0 शमशाद, रंगरेजों की तरफ से श्री मुष्तकीम अख्तर, मलबरी उद्योग से जुड़े मो0 रहमतुल्लाह एवं श्रीमती उषा देवी, तसर उद्योग से जुड़े श्री संतोष कुमार सिंह एवं श्री संदीप किसकु के साथ-साथ कीटपालक श्री बादल राम एवं बुनियादी रिलर श्रीमती पिंकी देवी ने अपने विचार एवं सुझाव रखे। इन लोगों ने मुख्यमंत्री के द्वारा किए गए सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। साथ ही अपने क्षेत्र में हुई प्रगति एवं कार्य प्रणाली के बारे में जानकारी दी।
आयोजित उद्यमी पंचायत में उद्योग मंत्री श्री जय कुमार सिंह, ऊर्जा मंत्री श्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, कृषि मंत्री श्री प्रेम कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री श्री राम नारायण मण्डल, मुख्य सचिव श्री अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त श्री षिषिर सिन्हा, कृषि उत्पादन आयुक्त, सभी संबंधित विभागों के प्रधान सचिव/सचिव, प्रधान सचिव उद्योग डाॅ0 एस0 सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अतीष चन्द्रा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।