जम्मू : भारत के कड़े रुख के बाद पाकिस्तान अब सरहद पर खामोश हो गया है। बीती रात (गुरुवार रात) पाकिस्तान की ओर से जम्मू कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के निकट फायरिंग नहीं हुई। गुरुवार रात साढ़े आठ के बाद सरहद पर फायरिंग की कोई घटना नहीं हुई है। वहीं, गृह मंत्रालय ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को सिर्फ जवाबी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उधर, बीते कई दिनों से सीमा पर निरंतर गोलीबारी के चलते बॉर्डर एरिया में रहने वाले लोग अभी भी दहशत में हैं।
इससे पहले, बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तानी रेंजरों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगने वाले कठुआ जिले में सीमा सुरक्षा बल की चार चौकियों को निशाना बनाया। भारत और पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गुरुवार को एक-दूसरे पर जमकर मोर्टार के गोले दागे और गोलीबारी की। कल की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने जम्मू, सांबा और कठुआ जिलों के 130 से ज्यादा गांवों और 60 सीमा चौकियों को निशाना बनाया जिसमें बीएसएफ के तीन जवानों सहित 12 लोग जख्मी हो गए। अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार सुबह तक परगवाल, कानाचक, अरनिया और रामगढ़ सब-सेक्टरों में फायरिंग और गोलाबारी होती रही। जिसके बाद बीएसएफ जवानों ने सतर्क तरीके से इसका जवाब दिया।
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा बल पाकिस्तानी कार्रवाई का ‘मुंहतोड़’ जवाब दे रहे हैं और देश किसी के भी आगे झुकेगा नहीं। राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम अपने देश को निराश नहीं करेंगे। अब तक पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी और मोर्टार दागे जाने से 90 से अधिक सीमावर्ती गांव प्रभावित हुए हैं। कठुआ में 57 गांव प्रभावित हुए हैं जबकि जम्मू और सांबा जिलों में भी कई गांवों को निशाना बनाया गया है।