बिहार सरकार ने 3 अक्टूबर को मची भगदड़ के पीड़ितों को हॉस्पिटल लाए जाने के दौरान अनुपस्थित रहने के कारण मंगलवार को पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (पीएमसीएच) के 8 डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की। इस कार्रवाई का विरोध करते हुए डॉक्टरों के असोसिएशन ने धमकी दी है कि अगर एक हफ्ते के अंदर आदेश वापस नहीं लिया गया तो वे आंदोलन शुरू करेंगे।
स्वास्थ्य सचिव आनंद किशोर ने बताया कि पीएमसीएच के सूपरिंडेंडेंट लखिंदर प्रसाद को सस्पेंड कर दिया गया और इसके प्रिंसिपल एस. एन. सिन्हा को उनके कार्य का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। उन्होंने बताया कि सर्जरी, यूरोलॉजी और ऑर्थोपेडिक्स विभागों के सहायक प्रफेसर रैंक के चार डॉक्टरों का पटना से बाहर तबादला कर दिया गया है। ऑर्थोपेडिक्स, सर्जरी और यूरोलॉजी विभाग के प्रमुखों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
आनंद किशोर ने कहा कि निलंबन और अन्य कार्रवाई मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह की मंजूरी के बाद की गई है। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल के डॉक्टरों के खिलाफ विभागीय जांच कराई जाएगी। इस बीच इंडियन मेडिकल असोसिएशन (आईएमए) की बिहार यूनिट और बिहार स्वास्थ्य सेवा असोसिएशन (बीएचएसए) की एक बैठक में सरकार की कार्रवाई को अन्याय बताया और आदेश को वापस लिए जाने की मांग की।
पीएमसीएच के चिकित्सकों पर गाज गिरी तो चिकित्सक आंदोलन शुरू करेंगे
