पटना, 26 मई । बिहार विधान सभा की लोक लेखा समिति के सभापति और वरिष्ठ भाजपा नेता श्री नंदकिषोर यादव ने कहा है कि भारत सरकार बिहार के गांव-देहात में अवस्थित विद्यालयों को बिजली का कनेक्षन देकर षिक्षा के मंदिरों से अंधकार भगायेगी । राज्य में लगभग 48 हजार ऐसे विद्यालय हैं जो विद्युत संयोग से वंचित हैं।
श्री यादव ने आज यहां कहा कि भारत सरकार चालू साल को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी ‘गरीब कल्याण वर्ष’ के रूप में मना रही है । इसके तहत गरीब, किसान, महिला, युवा एवं बेरोजगारों के विकास की विविध योजनाओं का तेजी से कार्यान्वयन हो रहा है। दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के अन्तर्गत बिहार के सभी गांवों को दुधिया रौषनी से जगमग करने के लक्ष्य के करीब पहुंचाया जा चुका है । इसके लिए केन्द्र सरकार ने बिहार सरकार को 1000 करोड़ रूपया दिया है। बारी अब ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थित विद्यालयों तक बिजली पहुंचाने की है। । गांवों के सामाजिक, आर्थिक विकास के लिए लोगों के घरों के साथ-साथ सार्वजनिक स्थानों यथा गांवों में मौजूद पंचायत भवन, अस्पताल और सामुदायिक भवन में भी बिजली की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में 73,299 विद्यालय हैं जिसमें से 47,683 विद्यालयों में बिजली की सुविधा नहीं है ।
श्री यादव ने कहा कि गांवों में सामाजिक स्तरोन्नयन के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को साकार करने के उद्देष्य से केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने योजना बनायी है । इसका कार्यान्वयन ग्रामीण विद्युतीकरण निगम करेगा । बीते माह निगम की जिज्ञासा पर राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि 47,383 विद्यालय बिजली सुविधा से वंचित हैं। विद्यालयों से अंधकार दूर भगाने की योजना से भारत सरकार ने बिहार की सरकार को अवगत करा दिया है । वह दिन दूर नहीं जब गांव-देहात के विद्यालयों में आजादी के बाद बिजली की सुविधा मिलेगी और बच्चों की किलकारियों से सूर्यास्त के बाद भी विद्यालय प्रांगण गूंजेंगी ।