पटना 21 मार्च 2017। बिहार विधान सभा की लोक लेखा समिति के अध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता श्री नंदकिषोर यादव ने कहा है कि राज्य सरकार अप्रैल से बिजली दर में दुगुनी से अधिक वृद्धि कर जनता पर एक और कहर ढाने की तैयारी में जुटी है। इसका सीधा असर गरीब जनों से लेकर खेत-खलिहान तक पड़ेगा।
श्री यादव ने आज यहां कहा कि राज्य में शराबबंदी के बाद खाली हुए खजाने को भरने के लिए सरकार ने पहले तो नाना प्रकार के नये करों के जरिये जनता-जनार्दन की कमर तोड़ी और अब रही सही कसर विद्युत दर में वृद्धि कर पूरी करने वाली है। राज्य सरकार के विद्युत दर में वृद्धि के प्रस्ताव का सीधा असर एक ओर जहां खेत-खलिहान पर पड़ेगा तो उद्योग-धंधे भी इससे अछूते नहीं रहेंगे। शहरी क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं से विद्युत दर में दुगनी वृद्धि कर राषि वसलूने की तैयारी चल रही है। बिहार विद्युत विनियामक आयोग के समक्ष आम उपभोक्ताओं के अलावा उद्योग, व्यापार से जुड़े संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी गहरी आपत्ति दर्ज कर दी है लेकिन सरकार कान में तेल डाले सोयी है। सरकार की एक मात्र सोच सिर्फ यही है कि शराबबंदी से सरकारी राजस्व को कोई पांच हजार करोड़ रूपये प्रतिवर्ष लग रहे चूने की भरपाई कैसे हो ।
श्री यादव ने कहा कि अभी शहरी क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं को एक सौ यूनिट बिजली की खपत करने पर प्रति यूनिट तीन रूपया लिया जाता है जिसे बढ़ा कर 6 रूपया 30 पैसा करने के प्रस्ताव है। स्पष्ट है कि इसका सीधा आम जन-जीवन पर पड़ेगा और उपभोक्ता सामग्री की कीमतों में वृद्धि होगी। खेती पर इसकी ज्यादा भार पड़ेगी और उत्पादन पर असर पड़ेगा।
बिजली दर में वृद्धि का प्रस्ताव जनता पर एक और कहर- नन्द किशोर यादव
