खोदावंदपुर/बेगूसराय. लोकतंत्र का महापर्व चुनाव होता है. इसको साबित कर दिखाया वैधनाथ महतो ने खोदावंदपुर प्रखंड के बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के मटकोरा निवासी स्व राजेन्द्र महतो का पुत्र वैधनाथ महतो के पिता की मृत्यु छह दिन पूर्व हो गया था. वैधनाथ ने ही अपने पिता को अग्निदान किया था और वह कर्ता के वस्त्र में था.कर्ता होते हुए भी उसने पिंडदान से पहले मतदान करने का निर्णय लिया और बूथ पर वोट गिराने पहुंचा. जहां कोरोना के प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए उसने पहले अपने बूथ पर वोट गिराया.
मिडिया के बातचीत के दौरान वैधनाथ ने बताया कि जिस तरह हिन्दू शास्त्र में पिता का श्राद्ध करना पुत्र का धर्म और कर्तव्य है. ठीक उसी प्रकार भारतीय संविधान में लोकतंत्र के महापर्व में भागीदारी का सुनिश्चित करना हर भारतीय नागरिकों का धर्म और कर्तव्य है.हमने मतदान कर अपने राष्ट्र धर्म को पूरा किया है. हमारे लिए यह गौरव का छन है.