मधेपुरा। बांका के डीएम नीलेश देवरे द्वारा एक पत्रकार के खिलाफ निकाले गए विभागीय पत्र का विरोध शुरू हो गया है। जिले के पत्रकारो ने शनिवार को डीएम का पुतला जलाते हुए उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आल इंडिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन के बैनर तले कॉलेज चौक पर पत्रकारो के साथ सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेताओं ने पुतला जलाते हुए कहा कि बांका के डीएम लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को कुचलने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन पत्रकार ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि पत्रकार तो हर तरह की खबर लिखते हैं। लेकिन जब प्रसाशनिक कुव्य्वस्था के खिलाफ खबर हो तो डीएम को उसे दूर करना चाहिए, सम्बंधित विभाग या अधिकारी पर कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन बांका के एक पत्रकार ने प्रशासन के खिलाफ खबर लिखी तो वहां के डीएम उसी के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश अधिकारियों को देते हैं। पत्रकारों ने कहा कि डीएम नीलेश देवरे के रवैये से पहले भी वहां के डॉक्टर आंदोलन कर चुके हैं। इससे जाहिर होता है की डीएम श्री देवरे पूर्वाग्रह से ग्रषित होकर काम कर रहे हैं। पत्रकारों ने डीएम से अविलंब माफीनामा पत्र जारी करने की मांग की।
क्या है मामला:
डीएम श्री देवरे के खिलाफ डॉक्टरों के आंदोलन और उनके बॉडीगार्ड द्वारा के महिला को धक्के देकर बाहर करदेने सम्बंधित खवर एक दैनिक अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसी को लेकर डीएम श्री देवरे ने एक विभागीय पत्र जारी कर सभी अधिकारियों को निर्देश दिया था कि सम्बंधित पत्रकार को किसी भी ऑफिस में प्रवेश नहीं करने दिया जाये। अगर पत्रकार जबरन प्रवेश करते हैं तो उनपर केस करना सुनिश्चित करें। यही नहीं उस पत्रकार पर एक स्कूल से राशि उगाही का आरोप भी डीएम ने लगाया था। कार्यक्रम में आइरा के जिला अध्यक्ष रजनीश सिंह, महासचिव डॉ आई सी भगत, वरीय पत्रकार पृथ्वीराज यदुवंसी, तुरबसु, राजीव रंजन सिंह, छात्र नेता राहुल यादव, भाजपा नेता अंकेश कुमार, युवा नेता हर्ष सिंधु, जटाशंकर आदि ने भाग लिया।