प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आवासन तथा शहरी कार्य मंत्रालय एवं जल शक्ति मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन किया, कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री 

 

  • बिहार आविष्कार एवं इनोवेशन की धरती है- प्रधानमंत्री
  • पिछले डेढ़ दशक से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार बिहार के लोगों का आत्मविश्वास बढ़ाने का निरंतर प्रयास कर रही है -प्रधानमंत्री
  • केंद्र और राज्य सरकार के साझा प्रयासों से बिहार में शुद्ध पेयजल एवं सीवेज जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निरंतर कार्य किये जा रहे हैं- प्रधानमंत्री
  • आने वाले समय में बिहार उन राज्यों में शामिल होगा जहां हर घर में शुद्ध पेयजल नल के माध्यम से पहुंचने लगेगा- प्रधानमंत्री
  • हर घर नल का जल निश्चय योजना का कार्य बिहार में लगभग 80 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। ग्रामीण इलाकों में लगभग 81 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष कार्य जल्द ही पूर्ण हो जाएंगे- मुख्यमंत्री
  • लोग पानी का सदुपयोग करें, पर्यावरण की रक्षा करना भी हमारा दायित्व है- मुख्यमंत्री

पटना 15 सितम्बर, 2020:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आवासन तथा शहरी कार्य मंत्रालय तथा जल शक्ति मंत्रालय के तहत विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल फागू चैहान के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी वीडियो काॅन्फ्रेंंिसंग के माध्यम से शामिल हुए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नमामि गंगे परियोजना और अमृत मिशन के अंतर्गत बिहार में 7 परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसके अंतर्गत पटना में 43 एम0एल0डी0 क्षमता का बेऊर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट एवं 37 एम0एल0डी0 क्षमता का करमलीचक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, छपरा जलापूर्ति योजना (फेज-1) तथा सिवान जलापूर्ति योजना (फेज-1) का उद्घाटन कार्य शामिल है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने मुंगेर जलापूर्ति योजना, जमालपुर जलापूर्ति योजना तथा मुजफ्फरपुर नदी तट विकास योजना का शिलान्यास भी किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने आज बिहार के हित में नमामि गंगे एवं अमृत मिशन के अंतर्गत कई योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया है। इसके माध्यम से लोगों को शुद्ध पेयजल मिलेगा, यह बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि मेरा जन्म गंगा नदी के किनारे बख्तियारपुर में हुआ है। जब मैं स्कूल में पढ़ता था तो रविवार के दिन गंगा नदी में स्नान करने जाता था और वहां से स्नान करने के बाद बाल्टी में गंगा जल भरकर घर पीने के लिए लाता था। उस समय गंगा नदी का पानी काफी शुद्ध था। आबादी बढ़ने के साथ-साथ एवं अन्य कारणों से गंगा नदीं का पानी स्वच्छ नहीं रहा। गंगा नदी सहित अन्य नदियों को फिर से स्वच्छ रखने के लिए कार्य किया जा रहा है। गंगा नदी के किनारे बसे शहरों में नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत नालों के पानी को सिवरेज ट्रीटमेंट के माध्यम से शुद्ध कर गंगा नदी में जाने दिया जाएगा, जिससे गंगा का पानी स्वच्छ बना रहेगा। उन्होंने कहा कि पटना शहर के नाले के पानी को भी एस0टी0पी0 के माध्यम से शुद्ध करने की योजना पर काम चल रहा है। जल संसाधन विभाग को इसके लिए तेजी से काम करने को कहा गया है। इस पानी का सदुपयोग खेती जैसे अन्य कार्यों के लिए किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आपके द्वारा बेउर और करमलीचक में 14 अक्टूबर 2017 को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया गया था और तीन वर्ष से कम समय में आपके हाथों से इसका उद्घाटन भी हो रहा है, इसके लिए हम आपको बधाई देते हैं। उन्होंने कहा कि अमृत योजना के अंतर्गत स्वच्छ पेयजल हेतु सिवान, छपरा में जलापूर्ति योजनाओं का आज उद्घाटन हुआ है। इससे वहां के नागरिकों को शुद्ध पेयजल मिल सकेगा। मुंगेर और जमालपुर में जलापूर्ति योजना का भी शिलान्यास हुआ है। इन योजनाओं के पूर्ण होने से वहां के लोगों को भी स्वच्छ पेयजल का लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर नल का जल निश्चय योजना का कार्य बिहार में लगभग 80 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। ग्रामीण इलाकों में लगभग 81 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष कार्य जल्द ही पूर्ण हो जाएंगे। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति लोगों को पीने के लिए एवं खाना बनाने एवं अन्य जरुरी काम के लिए किया जा रहा है। स्वच्छ पानी का लोग सदुपयोग करें, इससे भू-जल स्तर मेंटेन रहेगा। उन्होंने कहा कि मेरा आग्रह है कि पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी इस बात पर ध्यान देना होगा कि लोग पानी का सदुपयोग करें, इसका किसी भी हालत में दुरूपयोग न करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण संबंधी कई कार्य किए जा रहे हैं, इसमें आपका भी सहयोग मिल रहा है। केंद्र की योजनाओं के क्रियान्वित होने से बिहार को भी लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में नदी तट विकास योजना के अंतर्गत बुढ़ी गंडक के घाट का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इससे नदी जल स्वच्छता के साथ-साथ पर्यटन के लिए भी उपयोगी होगा। बाहर से लोग यहां घाटों पर आकर सौंदर्यीकरण का आनंद उठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि पटना के कई घाटों का सौंदर्यीकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि जब हम बिहार काॅलेज आॅफ इंजीनियरिंग, पटना में पढ़ते थे, तो गंगा किनारे आकर अक्सर बैठा करते थे। यहां बैठना मुझे बहुत अच्छा लगता था। यहीं पर गांधी घाट है। जब यहां काम करने का मौका मिला तो गंगा किनारे के कई घाटों को ठीक कराया। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए यहां कई अन्य योजनाओं पर काम किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हाल ही में जल-जीवन-हरियाली अभियान के समर्थन में 5 करोड़ 16 लाख से अधिक लोगों ने 18 हजार कि0मी0 से अधिक लंबी मानव श्रृंखला बनाई थी। बिहार में जो काम हो रहा है उसके प्रति लोगों में जागृति है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपके द्वारा बिहार में कई योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं और आज भी कई योजनाओं की शुरुआत की गई है। पर्यावरण से लेकर अन्य योजनाओं के लिए आपके द्वारा जो काम किये जा रहे हैं वे काफी महत्वपूर्ण हैं। हमलोग आश्वस्त करेंगे कि बिहार में जो काम शुरु हुआ है, उन योजनाओं को ससमय यहां क्रियान्वित किया जाए। अमृत योजना के तहत जो काम है उसको भी तेजी से किया जाएगा। आपके द्वारा जो सुविधाएं प्रदान की गई हैं उनके लिए हृदय से धन्यवाद देता हूं।

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