पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के निर्देश पर चलाए गए विशेष अभियान के दौरान जिले के कुख्यात अपराधकर्मी प्रमोद यादव उर्फ भोपट यादव को गिरफ्तार किया गया है। भोपट यादव की गिरफ्तारी के लिए चलाए गए ऑपरेशन के दौरान दोनों ओर से फायरिंग भी हुई है। मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि सदर अनुमंडल क्षेत्र के बरियारपुर थाना इलाके में कुछ अपराधियों के मूवमेंट की सूचना मिली थी। इस सूचना के बाद स्पेशल इंटेलिजेंस एंड ऑपरेशन यूनिट के प्रभारी इंस्पेक्टर विनय सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। एसआईओयू की टीम में जिला सूचना इकाई के प्रभारी सुनील कुमार, कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार, जमालपुर थाना अध्यक्ष रंजन कुमार, धरहरा थानाध्यक्ष सर्वजीत कुमार, सिपाही विजेंद्र कुमार शामिल थे।
सदर एएसपी हरिशंकर कुमार इस अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे थे। सदर एएसपी हर कार्रवाई पर खुद नजर रख रहे थे। इस अभियान के लिए बिहार पुलिस एसटीएफ ने तकनीकी मदद और ह्यूमन इंटेलिजेंस मदद मुहैया कराई थी।
टीम ने बरियारपुर थानाध्यक्ष राजेश कुमार रंजन के साथ मिलकर मंशा बाबा स्थान के पास अपराधियों की घेराबंदी और धड़पकड़ के लिए अभियान चलाया। बरियारपुर थाना क्षेत्र के मंशा बाबा स्थान के पास अपराधियों की घेराबंदी के दौरान पुलिस को देखते ही अपराधियों ने फायरिंग की। पुलिस बल ने भी जवाबी कार्रवाई की है।
अपराधियों द्वारा दस से बारह राउंड फायरिंग की गई। पुलिस बल द्वारा भी 6 राउंड फायरिंग की गई है।
छापामारी दल ने फायरिंग कर भाग रहे अपराधियों को खदेड़ा। तीन अपराधी एक बाइक पर भाग निकले जबकि एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार अपराधी प्रमोद यादव उर्फ भोपट यादव मुंगेर के कासिम बाजार थाना अंतर्गत हैरू दियारा का रहने वाला है। उसके पास से 1 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल, एक देसी कट्टा और छह गोलियां बरामद की गई हैं। भोपट यादव पर जिले में विभिन्न थानों में 20 मामले दर्ज हैं।
यह मिनी गन फैक्ट्री का भी संचालन किया करता है तथा पटना और दूसरे शहरों में हथियार बेचने के धंधे में भी लिप्त था।
गिरफ्तार अभियुक्त भोपट यादव पहले भी पुलिस पर हमला कर चुका है और पुलिस को देखते ही यह पुलिस दल पर हमला करता था। पहले भी इसके खिलाफ पुलिस पर हमले के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
कासिम बाजार, नया रामनगर और मुफस्सिल थानों में इसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज थी। मुफस्सिल थाना और कासिम बाजार थाना में दर्ज दो मामलों में प्रमोद यादव फरार चल रहा था। उसके खिलाफ न्यायालय से कुर्की वारंट भी निर्गत था। पुलिस कार्रवाई के दौरान भागे अपराध कर्मियों के बारे में कुछ जानकारियां मिली हैं। उनकी तलाश में भी छापामारी चल रही है। पुलिस दल पर हमले और फायरिंग के आरोप में बरियापुर थानाध्यक्ष के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है तथा आगे का अनुसंधान किया जा रहा है। थानाध्यक्ष को इस मामले का स्पीडी ट्रायल कराने का भी निर्देश दिया गया है।
बरियारपुर इलाके में इसने कुछ अपराधियों। से मिलीभगत कर अपराध की बड़ी योजना को अंजाम देने की तैयारी की थी। नौलखा इलाके में किसी की हत्या के उद्देश्य से ही यह मुंगेर आया था और अपने किसी प्रतिद्वंद्वी की हत्या करने के लिए इसने बरियारपुर के कुछ शूटरों से संपर्क साधा था लेकिन ऐन मौके पर पुलिस को सूचना मिल गई और हत्या की एक संभावित वारदात को पुलिस की सतर्कता से टाल दिया गया।
भोपट यादव इलाके के कुख्यात अपराध कर्मियों में गिना जाता था तथा इसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है। कई मामलों में इसने संलिप्तता स्वीकार की है।
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