पटना : बिहार विधानसभा चुनाव का सियासी समर अपने शबाब पर है | पटना से लेकर नई दिल्ली तक हर किसी की नजर जनता परिवार पर टिकी है | लेकिन सीटों की माथापच्ची और ‘एक नेता’ पर खींचतान के बीच सबसे बड़े उलटफेर के साथ रविवार को घोषणा की गई है कि प्रदेश में चुनाव से पहले जनता परिवार का विलय नहीं होगा |
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने इस बाबत आधिकारिक घोषणा करते हुए कहा कि अब महाविलय नहीं होगा, लेकिन चुनाव गठबंधन में ही लड़ा जाएगा | यानी जेडीयू और आरजेडी जनता परिवार से इतर गठबंधन की डगर पर हैं | बताया जाता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद 3 जून से जिला स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक शुरू करेंगे और पार्टी का चुनाव अभियान 18 जून से शुरू होगा |
वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि बिहार में चुनाव विकास के मुद्दे पर ही लड़ा जाएगा | उन्होंने कहा, ‘शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और कृषि के क्षेत्र में जितना काम हुआ है, उससे बिहार की छवि बदल गई है |’

