यूपी | यमुना एक्सप्रेस-वे पर सोमवार सुबह हुए दर्दनाक बस हादसे में 29 लोगों की मौत हो गई | यूपी रोडवेज की डबल डेकर बस लखनऊ से दिल्ली जाने के दौरान, बस पुल से नीचे नाला मे जा गिरि। हादसा इतना दर्दनाक था की 29 लोगो की मौत हो गई है। शुरुआती जांच में पता चला है कि ड्राइवर के नींद लगने की बजह से ये हादसा हुई। राज्य सरकार ने इसके जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक समिति को 24 घंटे के भीतर घटना की जांच करने का आदेश दिया है और उन्होने ने घटना से पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपये मुआवजे के रूप मे देने का वादा किए ।
राज्यसभा में भी इस दर्दनाक सड़क हादसा का बात उठाया गया। उठाने व्यक्ति समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामगोपाल यादव थे। इसका जवाब देते हुए नितिन गडकरी (केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री) ने कहा कि यमुना एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश सरकार के दायरा मे आता है और हमने प्रदेश सरकार से कार्रवाई करने के लिए अनुरोध किया है। उन्होने ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए सड़क हादसों में अबतक सैकड़ो लोगों जान गंवा चुके हैं। मोटर वाहन संशोधन अधिनियम बहुत समय से संसद में रुकी है। यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। सड़क दुर्घटना के आंकड़ों में यूपी समेत पूरे देश मे है । उन्होने ने कहा कि यह मुद्दा ड्राइवर के पास फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस का है लेकिन हम उन्हें रोकने मे असमर्थ है। सरकार पांच साल से मोटर वाहन संशोधन बिल लेकर आ रही है लेकिन उसे पास नहीं किया जा रहा है। अतः हमारी सभी पार्टी से अपील है कि इस बिल को पास करने में सहयोग करें।
और उन्होने कहा की कुछ मूलभूत मे बदलाओ की जरूरत है बोला की टायर मे रबर के साथ-साथ सिलिकॉन और नाइट्रोजन गॅस का प्रयोग किया जाए जिससे टायर का गर्म होकर फटने पर काबू पाया जा सके और रोड पर ग्रिप भी अच्छा हो।