पटना : ’जनता परिवार’, इस महीने के आखिर तक आकार पा सकता है। पुराने जनता परिवार के छह दलों को मिलाकर नई पार्टी बननी है। पांच अप्रैल (रविवार) को दिल्ली में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के घर इनके दिग्गजों की बैठकी में पार्टी का नाम, चुनाव चिह्न, झंडा, मेनिफेस्टो आदि को अंतिम रूप देने की बात है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की माने तो इस महीने के अंत तक विलय की औपचारिक घोषणा भी हो जाएगी। विलय के खास किरदार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने तारीख तो नहीं बताई लेकिन यह साफ कर दिया कि कोई दिक्कत नहीं है।
नई पार्टी का नाम समाजवादी जनता दल या समाजवादी जनता पार्टी हो सकता है। चुनाव चिह्न के रूप में चक्र या साइकिल की चर्चा है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव की जुबान से यह बात खुले में आ चुकी है कि मुलायम सिंह यादव, नई पार्टी के अध्यक्ष व लोकसभा में नेता हो सकते हैं। राज्यसभा में नेता की जिम्मेदारी शरद को मिल सकती है।
विलय को आतुर इन सभी पार्टियों (जदयू, राजद, सपा, जेडीएस, आईएनएलडी, सजपा) ने मुलायम को विलय को मुकाम देने की जिम्मेदारी सौंपी हुई है। रविवार को उनके आवास पर जदयू अध्यक्ष शरद यादव, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, इंडियन नेशनल लोकदल, जनता दल (एस) व सजपा के बड़े नेता जुटेंगे।

