पटना:- जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज़ अहमद ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को रणछोड़ बताते हुए कहा कि अफसोस होता है कि 80 विधायकों के नेता एक हार से इतने सदमा में है, कि बिहार की 11 करोड जनता के ज्वलंत समस्या ,बढ़ते अपराध और मुजफ्फरपुर में चमकी बीमारी से सैकड़ों बच्चों के काल के गाल में समा जाने तथा उनकी देखरेख के लिए कोई व्यवस्था नहीं होने के बाद भी विपक्ष की कोई भूमिका नजर नहीं आ रही है।
नेता प्रतिपक्ष के नहीं रहते हुए बिहार में कैसे लोकतंत्र को जीवंत रखा जा सकता है
नेता प्रतिपक्ष कहां है, यह न तो उनकी पार्टी के किसी नेता ,प्रवक्ता बताने की स्थिति में है और ना ही तेजस्वी यह जाहिर कर रहे हैं कि वह चिर निद्रा में हैं या किसी रमणीय स्थल का भ्रमण कर रहे हैं ? आखिर हैं तो वह कहां हैं ? यह बिहार की जनता जानना चाहती है, विपक्ष का गायब होना लोकतंत्र को कमजोर बनाता है, और सत्ता पक्ष को निरंकुश होने का मौका देता है, जो राजद के द्वारा बिहार में किया जा रहा है।
आखिर राजद के 80 विधायकों मे से कोई भी इस बात को पूछने की स्थिति में क्यों नहीं है, कि नेता प्रतिपक्ष के नहीं रहते हुए बिहार में कैसे लोकतंत्र को जीवंत रखा जा सकता है, इसलिए राजद विधायक दल बैठक करके अविलंब तेजस्वी की जगह किसी और को नेता प्रतिपक्ष के रूप में चयनित करके विपक्ष की भूमिका को ठीक ढंग से निभाए।
एजाजअहमद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा कि अविलंब नेता प्रतिपक्ष की खोज के लिए अपने खुफिया एजेंसी का इस्तेमाल करके उन्हें बिहार में लाने की व्यवस्था करनी चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र की खूबसूरती तभी है , जब सत्ता पक्ष को लगाम देने के लिए विपक्ष जीवंत रूप से नजर आए और यह बिहार में दिख ही नहीं रहा है नीतीश जी आप लोकतंत्र की मजबूती की दुहाई देते हैं तो आप लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विपक्ष की परंपरा को भी ठीक ढंग से निभाये इसके लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करें यह बिहार के हित में होगा और आमजन के लिए भी बेहतर होगा ।
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