पारसनाथ
13 जून 2019, पटना। सातवीं आर्थिक गणना 2019 को लेकर गुरुवार को पटना के DRCC हॉल मे जिला सांख्यिकी पदाधिकारी महावीर प्रसाद की अध्यक्षता मे जिला स्तरीय supervisors को प्रशिक्षण दिया गया।
इस दौरान सांख्यिकी पदाधिकारी महाबीर प्रसाद ने कहा कि आर्थिक गणना का मुख्य उद्देशय भारत मे कार्यरत उद्धम इकाईयों की संख्या, उनके कार्यरत श्रमिकों की संख्या इनके पूंजी का मुल्य श्रोत आदि का पता लगाना है, जिससे कि विकेन्द्रित योजनाओं हेतु इनका उपयोग किया जा सके। साथ साथ देश के सकल घरेलु उत्पाद GDP ने इसकी भागीदारी का पता लगाया जा सके। पहली बार CSC के माध्यम से आर्थिक गणना की जा रही है जिसमें aaps के माध्यम से जियो tagging का उपयोग कर जानकारी एकत्र की जाएगी।
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आर्थिक गणना स्मार्ट फोन के माध्यम से की जाएगी
यह आर्थिक गणना स्मार्ट फोन के माध्यम से की जाएगी ताकि कम समय मे गणना पूर्ण किया जा सके। भारत सरकार ने तीन से छह माह मे इसे पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है….आर्थिक गणना का डाटा कलेक्ट करने के बाद दो चरणों मे इसकी जाच की जाएगी।
जिला सांख्यिकी विभाग करेगी अंतिम जांच
पहले चरण मे जनगणना कर्मी के द्वारा कलेक्ट जनगणना data को Supervisors के द्वारा कलेक्ट जनगणना डाटा को VLE के द्वारा जांच की जाएगी। इसके बाद जिला सांख्यिकी विभाग से अंतिम जांच की जाएगी।
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इस मौके पर NSSO के वरीय सांख्यिकी पदाधिकारी रश्मि रंजन, वरीय सांख्यिकी पदाधिकारी अवनीश कुमार सिन्हा, CSC State प्रोजेक्ट मैनेजर अरुण सिंह, स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर मुदित मनी, राजीव रंजन, CSC जिला प्रबंधक गौरव गुंजन, तनवीर अहमद खान एवं CSC जिला समन्वयक अमित कुमार के साथ ज़िले के सभी पंचायत से Supervisors उपस्थित थे।