पटना : बिहार में जीतनराम मांझी सरकार पूरी तरह मंझधार में फंस चुकी है। बहुमत साबित करने के लिए सिर्फ एक दिन बाकी रह गए हैं, लेकिन साथ वाले विधायकों को छोड़कर अभी भी कोई दूसरा विधायक मांझी के पक्ष में सामने नहीं आया है। बीजेपी के रुख में बदलाव से मांझी मुसीबत में फंसे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी ने जीतन राम मांझी सरकार को सर्मथन देने पर सहमति जता दी है | इतना ही नहीं आज गुरुवार को इसकी औपचारिक घोषणा भी की जा सकती है | बीजेपी के बिहार में 87 विधायक हैं और ज्यादातर विधायक मांझी को सर्मथन देने के पक्ष में हैं | ऐसे में मांझी सरकार के लिए 20 तारीख को बहुमत साबित कर लेने की उम्मीदें बढ़ गई हैं | इससे पहले पटना उच्च न्यायालय ने अपने पूर्व में दिए गए आदेश में सुधार करते हुए जीतन राम मांझी सरकार को निर्णय लेने की अनुमति दी लेकिन उस पर अमल 21 फरवरी तक स्थगित रखने का निर्देश दिया | मुख्य न्यायधीश एल नरसिंहा रेड्डी और न्यायमूर्ति विकास जैन की खंडपीठ ने बिहार विधान परिषद में जदयू के सदस्य नीरज कुमार की जनहित याचिका पर आज यह आदेश दिया है |