भागलपुर। चन्द दिनों पहले भागलपुर में अपने मुहल्ले में हंसती-खेलती काजल आज चिर निद्रा में भागलपुर पहुंची। एसिड पीड़िता काजल का पार्थिव शरीर जैसे ही भागलपुर पहुंचा, आम शहरवासी उनके घर पहुंचने लगे।
तकरीबन 1 महीना 7 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझती काजल की मौत 27 मई को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में हो गया। 19 अप्रैल की हृदयविदारक घटना ने काजल के जिंदगी को कालिख से पोत दी थी।
बताते चलें कि भागलपुर के अलीगंज की इस तेजाब पीड़िता का दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में रविवार की रात करीब 9 बजे निधन हो गया है। 19 अप्रैल को तेजाब हमले की शिकार हुई छात्रा को वाराणसी के समयन अस्पताल से रविवार की शाम एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाया गया था। समयन अस्पताल में छात्रा की हालत दो दिनों से अचानक बिगड़नी शुरू हो गयी थी। इसके बाद उसे सफदरगंज अस्पताल दिल्ली भेज दिया गया था।
काजल के निधन की सूचना जैसे ही भागलपुर पहुंची, यहां का माहौल शोकाकुल हो उठा है। मुहल्ले के चंद उचक्के ने बदनियती में असफल होने पर काजल को तेजाब से जला दिया था। तब की घटना के बाद आम शहरी और छात्र छात्राओं में गुस्सा और उबाल था। आज जब काजल की पार्थिव शरीर अपने उसी घर में लाया गया जहां उसे तेजाब से जलाया गया था।
इलाके के लोग देखने के लिये उमड़ पड़े थे। काजल केे झुलसने और प्राण त्यागने के बाद आम लोग सहमे और गुस्से में नजर आ रहे थे।