बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पटना स्थित पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में सोमवार से शुरू जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी है. हड़ताल के कारण अब तक 15 मरीजों की जान जा चुकी है. हालांकि, पीएमसीएच प्रशासन का दावा है कि वैकल्पिक व्यवस्था के जरिए मरीजों का इलाज कराया जा रहा है.
इस बीच, पीएमसीएच जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जेडीए) की बैठक शुरू हो चुकी है. इसमें सभी जूनियर डॉक्टर मौजूद हैं. बैठक में हड़ताल को लेकर फैसला जाएगा.
इससे पहले पीएमसीएच जेडीए के अध्यक्ष डॉ शंकर भारतीय ने मंगलवार को कहा, “दोषियों को जब तक गिरफ्तार नहीं किया जाता और डॉक्टरों को जब तक सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जाती, तब तक हड़ताल समाप्त करने का प्रश्न ही नहीं उठता.”
इधर, जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भर्ती मरीजों का सही ढंग से इलाज नहीं हो पा रहा है जिस कारण अब मरीजों का पलायन शुरू हो गया है.
उल्लेखनीय है कि पीएमसीएच में सोमवार सुबह मरीज की मौत से गुस्साए परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट कर दी थी, जिससे नाराज जूनियर डॉक्टरों ने कामकाज ठप कर दिए और हड़ताल पर चले गए. हड़ताल से अब तक 15 मरीजों की मौत हो चुकी है.
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद के अनुसार, मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल की ओर से सीनियर डॉक्टरों को लगाया गया है. इसके अलावा सिविल सर्जन से भी डॉक्टरों की मांग की गई है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर बाहर से भी डॉक्टर बुलाए जाएंगे.