पटना : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि नए वर्ष में बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से सभी विभागों में अधिक से अधिक नियुक्तियां होंगी। इसके लिए बीपीएससी को विशेष निर्देश दिए गए हैं। वे सोमवार को मुख्यमंत्री सचिवालय में आयोजित पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अंतर्गत 140 नवनियुक्त पशु चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र प्रदान करने तथा सुधा के दो नए उत्पादों को लांच करने के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य पशु चिकित्सकों व अन्य पदाधिकारियों-कर्मचारियों की कमी झेल रहा है। इसके बावजूद राज्य को बुलंदी पर पहुंचाने का काम किया गया है। उन्होंने उपस्थित लोगों से वादा किया कि आने वाले दिनों में पशु चिकित्सकों के और पद सृजित किए जाएंगे। पशु चिकित्सकों की नियुक्ति से पशुओं की बीमारी एवं कम दूध देने की समस्या से मुक्ति मिलेगी। मांझी ने नवनियुक्त पशु चिकित्सकों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि मानव महत्व से ज्यादा महत्वपूर्ण पशु चिकित्सा है। चिकित्सकों को यह कार्य पूरे मनोयोग से करना होगा। पशु चिकित्सा एवं देखभाल ढंग से होगी तो गरीब तबके के लोग ठीक से खेती कर सकेंगे और अपने जीवन को बेहतर बना सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नौकरियां सीमित हैं। हमें कृषि प्रक्षेत्र पर ही अधिक बल देना होगा। कृषि में पशुधन भी शामिल है। पौधरोपण, पशुपालन, मत्स्य पालन, मुर्गी और बकरी पालन में स्वरोजगार की व्यापक संभावनाएं हैं। पर्यावरण की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रकृति पर मार पड़ी है। कार्बन डाईऑक्साइड की वृद्धि हो रही है। नतीजन कई पक्षी प्रजाति विलुप्ति के कगार पर हैं। सरकार उन्हें बचाने और संरक्षित करने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा कृषि कैबिनेट बनाया गया और इसके लिए अलग से बजट के प्रावधान किए गए हैं।