( रिपोर्ट – अनुभव )
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार आजकल बिहार के बेगूसराय लोकसभा की धरती पर अपनी जमीन तलाशते नजर आ रहे हैं।विवादित छात्र नेता कन्हैया कुमार पिछले कुछ महीनों से लगातार हर महीने के 5 – 7 दिन बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र में लोगों से मुलाकात करते नजर आ रहे हैं। यह देख कर इस कयास को और बल मिलता है कि कन्हैया कुमार आगामी लोकसभा चुनाव में बेगूसराय लोकसभा से प्रत्याशी होंगे। कन्हैया कुमार ने बात करने पर पार्टी का नाम बताने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी यह कहना कुछ जल्दबाजी होगी ।मैं यह कैसे कह सकता हूं कि कोई पार्टी मुझे टिकट देगी या नहीं। टिकट देने का फैसला किसी भी दल में जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग करते हैं, और मैं अभी किसी भी दल में किसी भी जिम्मेदारी से पूरी तरह मुक्त हूं।परंतु यह सर्वविदित है कि कन्हैया कुमार कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े हैं।भले ही कन्हैया कुमार अभी कुछ भी कहने से परहेज करते हों लेकिन देश की जनता सब समझती है।कन्हैया कुमार के साथ चलते महँगी गाड़ियों के काफिले को देख कर क्षेत्र के लोगों में यह जानने की उत्सुकता बनी है कि आखिर कौन से पूंजीपति लोग हैं जो कन्हैया कुमार को आर्थिक रूप से मदद कर रहे हैं।दूसरी ओर कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता और नेता कन्हैया कुमार में अपना भविष्य देख रहे हैं।उन्हें यह भरोसा है कि कन्हैया कुमार के आने से पार्टी काफी मजबूत होगी और एक बार फिर से पार्टी के प्रति आम लोगों का भरोसा बन सकेगा।अब देखना है कि कन्हैया कुमार आगे क्या गुल खिलाते हैं और कम्युनिस्ट पार्टी के जनाधार को कितना मजबूत कर पाते हैं।
बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र में ऐसी चर्चा जोरों पर है कि यहाँ से कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी की चर्चा होने से अन्य दलों के संभावित उम्मीदवारों की हालत खराब होती नजर आ रही है।यहाँ से खड़े होने वाले अन्य दलों के उम्मीदवार अपने लिए सुरक्षित सीट की तलाश में लगे हैं।
