पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को स्वास्थ्य में आई गिरावट के बाद सोमवार को एम्स में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी हालत स्थिर है। यह रूटीन प्रक्रिया है। कुछ मेडिकल जांच के बाद पूर्व पीएम को एक दिन अस्पताल में रखने का फैसला किया गया है। उधर, अस्पताल सूत्रों का कहना है कि मेडिकल जांच के दौरान पूर्व पीएम ज्यादा कमजोर नजर आए। एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया की निगरानी में करीब बारह डॉक्टरों की टीम वाजपेयी के इलाज में जुटी है। फिलहाल वह एम्स के निजी वार्ड में भर्ती हैं। देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेता उनका हालचाल लेने एम्स पहुंचे।
मंगलवार को हो सकते हैं डिस्चार्ज जपेेेेेेेेेेेेेेेे
एम्स के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि पूर्व पीएम की उम्र और बीमारी दोनों की वजह से कमजोरी हो सकती है। हालांकि मंगलवार शाम तक वाजपेयी को डिस्चॉर्ज किया जा सकता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के अनुसार, पूर्व पीएम का स्वास्थ्य पहले से बेहतर है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वाजपेयी की तबियत को लेकर किसी भी तरह परेशान न हों। ये एक रूटीन प्रक्रिया है। एम्स के डॉक्टर उनका उपचार कर रहे हैं। चिंता की कोई बात नहीं है।