CBI ने राबड़ी से 4 घंटे की पूछताछ, राजद ने कहा- बदले की कार्रवाई

रेलवे टेंडर घोटाला मामले में सीबीआई की सात सदस्यीय टीम मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंची। सीबीआई ने चार घंटे तक पूर्व सीएम राबड़ी देवी से पूछताछ की। आरजेडी इसे राजनीतिक बदला बता रही है। आरजेडी नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि पूरा देश जानता है कि लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की शादी तय हो गई है। लालू एम्स में भर्ती हैं। घर में शादी की तैयारी चल रही है। ऐसे में बीजेपी ने सीबीआई को भेजकर राजनीतिक बदला लिया है। जनता सबकुछ समझ रही है। जनता इसका आने वाले चुनाव में जवाब देगी। सीबीआई केंद्र सरकार का तोता है। आज यह बात फिर से साबित हो गई है। राबड़ी आवास पर सीबीआई की रेड के बाद आरजेडी के नेता और कार्यकर्ता पहुंचने लगे हैं। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।

क्या है मामला?

– लालू यादव रेल मंत्री थे, तब रेलवे के पुरी और रांची स्थित बीएनआर होटल को IRCTC को ट्रांसफर किया था। इन्हें रख-रखाव और इम्प्रूव करने के लिए लीज पर देने की प्लानिंग थी।
– इसके लिए टेंडर विनय कोचर की कंपनी मेसर्स सुजाता होटल्स को दिए गए। टेंडर प्रॉसेस में हेर-फेर किया गया था। टेंडर की यह प्रॉसेस आईआरसीटीसी के उस वक्त के एमडी पीके गोयल ने पूरी की।
– टेंडर के एवज में 25 फरवरी 2005 को कोचर ने पटना के बेली रोड स्थित 3 एकड़ जमीन सरला गुप्ता की कंपनी मेसर्स डिलाइट मार्केटिंग कंपनी लिमिटेड (डीएमसीएल) को 1.47 करोड़ रुपए में बेच दी, जबकि बाजार में उसकी कीमत 1.93 करोड़ रुपए थी। इसे एग्रीकल्चर लैंड बताकर सर्कल रेट से काफी कम पर बेचा गया, स्टैम्प ड्यूटी में गड़बड़ी की गई।
– बाद में 2010 से 2014 के बीच यह बेनामी प्रॉपर्टी लालू की फैमिली की कंपनी लारा प्रोजेक्ट को सिर्फ 65 लाख में ट्रांसफर कर दी गई, जबकि सर्कल रेट के तहत इसकी कीमत करीब 32 करोड़ थी और मार्केट रेट 94 करोड़ रुपए था।
– आरोप है कि कोचर ने जिस दिन डीएमसीएल के फेवर में यह सौदा किया, उसी दिन रेलवे बोर्ड ने आईआरसीटीसी को उसे बीएनआर होटल्स सौंपे जाने के अपने फैसले के बारे में बताया।

इनके खिलाफ FIR
– सीबीआई ने रेलवे टेंडर घोटाला में लालू समेत पांच लोगों के खिलाफ 7 जुलाई 2017 को FIR दर्ज कराई थी। सीबीआई ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता को आरोपी बनाया था।
– एफआईआर में सुजाता होटल के दोनों डायरेक्टर्स और चाणक्य होटल के मालिकों विजय कोचर और विनय कोचर और आईआरसीटीसी के पूर्व एमडी पीके गोयल समेत कई लोगों के नाम हैं।

मई 2017 में 100 अफसरों की टीम ने की थी रेड

– मई 2017 में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बेनामी प्रॉपर्टी के शक में दिल्ली-एनसीआर में बड़ी कार्रवाई की थी। इस दौरान लालू यादव से जुड़े कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी हुई थी।
– आईटी अफसरों ने बताया था, “दिल्ली-गुड़गांव और आसपास के इलाकों के 22 ठिकानों पर छापेमारी हुई। लालू यादव के करीबी रियल एस्टेट कारोबारियों के ठिकानों की तलाशी ली गई। इसमें आरजेडी सांसद प्रेमचंद गुप्ता भी शामिल हैं।”
– “लालू यादव पर बेनामी प्रॉपर्टी और टैक्स चोरी के आरोप लगे हैं। डिपार्टमेंट को शक है कि बेनामी प्रॉपर्टी 1000 करोड़ की हो सकती है। लालू से जुड़े कारोबारियों के यहां कार्रवाई की गई। रेड में पुलिस के साथ हमारे 100 अफसर शामिल थे।”

BJP ने लगाए थे आरोप

1. कारोबारी को रेलवे के होटल दिए, बदले में 200 करोड़ की जमीन ली
– बीजेपी नेता सुशील मोदी ने दावा किया था, “रेल मंत्री रहते हुए लालू ने झारखंड के रांची और ओडिशा के पुरी में रेलवे के दो होटल गलत तरीके से कारोबारी हर्ष कोचर को दिए थे। बदले में पटना में 200 करोड़ रुपए कीमत की 2 एकड़ से ज्यादा जमीन बेनामी तरीके से डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम करवा ली। तब इस कंपनी का मालिकाना हक आरजेडी सांसद प्रेम चंद्र गुप्ता के पास था।”
2. अंडर कंस्ट्रक्शन मॉल की मिट्टी गलत तरीके से चिड़ियाघर को बेची
– बीजेपी नेता ने आगे अारोप लगाया, “पटना की इसी जमीन पर 7.5 लाख स्क्वेयर फीट में बिहार का सबसे बड़ा मॉल बनाया जा रहा है। लालू के बेटों ने इस अंडर कंस्ट्रक्शन मॉल की मिट्टी गलत तरीके से चिड़ियाघर को बेची है।”

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