पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत गरीबों को पक्का घर देने की योजना को भाजपा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि गांवों में बने मकान सिर्फ संख्या नहीं बल्कि गरीबों के सशक्तिकरण का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद इस काम में तेजी आई है।
5. 21 लाख हितग्राहियों को कराया गृह प्रवेश
पीएम मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण के तहत 5.21 लाख घरों के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार देश में अब तक पीएमएवाई योजना के तहत 2.5 करोड़ घर बना कर दे चुकी है। इसमें दो करोड़ घर ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि बीते दो सालों में कोरोना के बावजूद इस काम को धीमा नहीं पड़ने दिया गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में कुछ दलों ने गरीबी दूर करने के लिए नारे बहुत लगाए लेकिन गरीबों को सशक्त करने के लिए काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों की भाजपा सरकार गरीबों को सशक्त करने में जुटी हैं। आज का यह कार्यक्रम इसी अभियान का हिस्सा है।
गरीबों को पक्का घर देने का ये अभियान सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गांवों में बने ये सवा पांच लाख घर, सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है। ये सवा पांच लाख घर, देश में सशक्त होते गरीब का पहचान हैं। गरीबों को अपना पक्का घर देने का ये अभियान सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं है। ये गांव को, गरीब को विश्वास देने की प्रतिबद्धता है। ये गरीब को गरीबी से बाहर निकलने की हिम्मत देने की पहली सीढ़ी है।
करीब-करीब 2.5 करोड़ घर बना कर दिए जा चुके
2014 से पहले केंद्र की पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में कुछ लाख घर ही बनवाये थे। वहीं हमारी सरकार गरीबों को करीब-करीब 2.5 करोड़ घर बना कर दे चुकी है। इसमें दो करोड़ घर ग्रामीण क्षेत्रों में बनाये गये हैं। उन्होंने कहा कि बीते दो सालों में कोरोना के बावजूद इस काम को धीमा नहीं पड़ने दिया गया है।
दो करोड़ घरों पर मालिकाना हक महिलाओं का
केंद्र सरकार की महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्धता को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो घर बने हैं, उनमें से करीब-करीब दो करोड़ घरों पर मालिकाना हक महिलाओं का भी है। इस मालिकाना हक ने, घर के दूसरे आर्थिक फैसलों में भी महिलाओं की भागीदारी को मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की परेशानी को दूर करने के लिए हमने हर घर जल पहुंचाने का बीड़ा भी उठाया है। बीते ढाई साल में इस योजना के तहत देशभर में 6 करोड़ से अधिक परिवारों को शुद्ध पेयजल कनेक्शन मिल चुका है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना पर अगले 6 महीने मे खर्च होंगे 80 हजार करोड़
यूक्रेन-रूस युद्द के कारण उपजे हालात की ओर संकेत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पहले दुनिया कोरोना के कारण संकट में पड़ी। अब पूरा विश्व युद्ध के मैदान में है, जिसने नए आर्थिक संकट पैदा कर दिए हैं। सरकार नागरिकों पर बोझ कम करने के लिए कदम उठा रही है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को छह महीने के लिए और बढ़ाये जाने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री कहा कि 100 साल में आई इस सबसे बड़ी महामारी में सरकार गरीबों को मुफ्त राशन के लिए 2 लाख 60 हजार करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। अगले 6 महीने में इस पर 80 हजार करोड़ रुपए और खर्च किए जाएंगे।
योजना को लेकर विपक्ष के बयानों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि छूठ और भ्रम फैलाने में लगे रहते हैं। जब इन लोगों की सरकार थी, तो इन्होंने गरीबों के राशन को लूटने के लिए अपने 4 करोड़ फर्जी लोग कागजों में तैनात कर दिए थे। इन 4 करोड़ फर्जी लोगों के नाम से राशन उठाया जाता था, बाजार में बेचा जाता था, और उसके पैसे इन लोगों के काले खातों में पहुंचते थे। 2014 में सरकार में आने के बाद से ही हमारी सरकार ने इन फर्जी नामों को खोजना शुरू किया और इन्हें राशन की लिस्ट से हटाया ताकि गरीब को उसका हक मिल सके।
गांव की अर्थव्यवस्था को सिर्फ खेती तक ही सीमित करके देखा गया
उन्होंने कहा कि लंबे समय तक गांव की अर्थव्यवस्था को सिर्फ खेती तक ही सीमित करके देखा गया। हम खेती को, किसान को, पशुपालक को ड्रोन जैसी आधुनिक टेक्नॉलॉजी और प्राकृतिक खेती जैसी पुरातन व्यवस्था की ओर प्रोत्साहित कर ही रहे हैं। साथ ही गांव की दूसरी क्षमताओं को भी निखार रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम संकल्प करें कि इस वर्ष प्रतिपदा से अगली वर्ष प्रतिपदा के तक, हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाएंगे। संभव हो तो हर जिले में ये अमृत सरोवर नए हों, बड़े हों।