नासिक में बुधवार को जाकिर हुसैन नाम के सरकार अस्पताल में बड़ा हादसा हो गया। इसमें 22 मरीजों की मौत और 35 की हालत नाजुक हो गई। दरअसल, इतनी बड़ी घटना हॉस्पिटल में ऑक्सीजन टैंक लीक होने से हुई। इसे रिपेयर करने में 30 मिनट का वक्त लगा। लेकिन, परिजनों का कहना है कि ऑक्सीजन सप्लाई 30 मिनट नहीं बल्कि 2 घंटे तक बंद रही। जिस वक्त ऑक्सीजन की सप्लाई को रोका गया उस वक्त 171 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट और 67 मरीज वेंटिलेटर पर थे। ऐसे में घटना के चश्मदीदों ने अपनी दर्द बयां किया है।
2 घंटे तक बंद रही ऑक्सीजन की सप्लाई
हादसे में जान गई एक व्यक्ति के परिजन ने बताया कि उन्होंने अपने परिवार का एक सदस्य खो दिया है।
इसकी जवाबदेही कौन लेगा? उसने कहा कि दोपहर 12.30 बजे के करीब अचानक ऑक्सीजन बंद रही। इसकी वजह से उसका भाई तड़प-तड़पकर मर गया। उसे 10 दिन पहले ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं था। अगर सिलेंडर होता तो भी उसके भाई की जान बच सकती थी।
परिजनों ने लगाया आरोप
इसके अलावा परिजनों ने ये भी आरोप लगाया कि अस्पताल में कल रात से ही ऑक्सीजन की कमी थी। जब आज ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो गई तब भी उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद मेडिकल स्टाफ को इस बारे में बताया। परिवार वाले ऊपर नीचे पूरे अस्पताल में टहलते रहे।
बहू को आंखों के सामने तड़पते देखा
ऑक्सीजन लीक की घटना में एक महिला को भी मौत हुई है। उसके ससुर ने अपना आंखों देखा हाल बयान किया है। उन्होंने बताया कि 4 दिन पहले ही वो बहू को अस्पताल लेकर आए थे। हालात में लगातार सुधार हो रहा था। लेकिन, जब ऑक्सीजन की सप्लाई रुक गई तो उसकी तबीयत बिगड़ने लगी।’
महिला के ससुर ने कहा कि उन्होंने उसे आंखों के सामने तड़पते देखा और कुछ नहीं कर सके। वो इधर-उधर भाग रहे थे लेकिन कोई उनकी मदद के लिए नहीं आया। अस्पताल का प्रशासन भी इसका जवाब नहीं दे पाया।
अमित शाह ने जताया दुख
नासिक की घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताया। उन्होंने दुख जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन लीक होने से हुई दुर्घटना का समाचार सुनकर दुखी हूं। इस हादसे में जिन लोगों ने अपनों को खोया है। उनकी इस क्षति पर गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। बाकी के मरीजों के जल्दी से ठीक होने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।’
क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री?
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने घटना को लेकर कहा कि ‘दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मैंने नासिक के नदर आयुक्त को कहा कि वहां की स्थिति के बारे में उन्हें लगातार सूचित किया जाता रहे। मैं भी जल्द ही नासिक जाउंगा।’