संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले व्यापक तैयारी की गई है। कोरोना संक्रमण की छाया से संसद परिसर को मुक्त रखने के लिए सांसदों, कर्मचारियों और पत्रकारों की जांच की गई है। सूत्रों ने बताया कि रविवार को जांच में पांच लोकसभा सांसद कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। सोमवार से संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन इसके पहले 25 सांसद कोरोनावायरस से पॉज़िटिव पाए गए हैं। इन सांसदों का 13 और 14 सितंबर को संसद भवन में टेस्ट कराया गया था। पॉजिटिव पाए गए सांसदों में से लोकसभा के 17 और राज्यसभा के 8 सांसद शामिल हैं। लोकसभा के कोरोना संक्रमित सांसदों में सबसे ज्यादा 12 सांसद बीजेपी के हैं। YRS कांग्रेस के दो, शिवसेना, DMK और RLP के एक-एक सांसद हैं। सोमवार से शुरू हो रहे मानसून सत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय की सभी गाइडलाइंस का कड़ाई से पालन होगा। संसद में उन्हीं सांसदों, कार्मिकों को जाने की इजाजत होगी, जिनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव होगा।
बता दें कि मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले यह नियम बनाया गया था कि सभी सांसद और कर्मचारी कोविड टेस्ट कराएंगे, रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उन्हें परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। नियम यह भी है कि उनकी रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा पहले की नहीं होनी चाहिए। बता दें कि मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले दोनों सदनों के कई उम्रदराज सांसदों ने इसपर चिंता जताई थी। पॉलियामेंट परिसर में 12 सितंबर को हुए RT-PCR Tests में कुल 56 लोग पॉजिटिव पाए गए, इमसें लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के अलावा आफिशियल और मीडियाकर्मी भी शामिल हैं। वैसे, देश में कोविड महामारी शुरू होने से लेकर मॉनसून सत्र शुरू होने के पहले तक सात केंद्रीय मंत्री और दोनों सदनों को मिलाकर लगभग दो दर्जन सांसद अबतक कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके हैं।
कोविड-19 के बीच शुरू हुआ मॉनसून सत्र 1 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान सख्ती से कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन किया जा रहा है। इसके तहत फेस मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की अनिवार्यता बनाई गई है। वहीं सदन में हर सीट पर पॉली-कार्बन ग्लास लगाया गया है। सदन में प्रवेश करने वाले सभी लोगों के शरीर के तापमान को जांचने के लिए थर्मल गन और थर्मल स्कैनर का उपयोग किया जाएगा। सदन के भीतर 40 स्थानों पर टचलेस सैनिटाइटर लगाए जाएंगे और आपातकालीन मेडिकल टीम और स्टैंडबाय पर एम्बुलेंस की सुविधा भी होगी। कोविड-19 रोकथाम से संबंधित सभी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा।