हाल ही में भारतीय रेलवे ने उत्तराखंड में ब्रॉड गेज रेल मार्गों के शत प्रतिशत विद्युतीकरण का काम पूरा कर लिया है। पीएम मोदी ने ट्वीट के माध्यम से भारतीय रेलवे की सराहना करते हुए कहा कि “उत्साहजनक परिणाम! इससे देवभूमि उत्तराखंड को लाभ होगा तथा पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।”
Encouraging outcome! This will benefit Dev Bhoomi Uttarakhand and further enhance tourism. https://t.co/PvXAnUIldz
— Narendra Modi (@narendramodi) March 17, 2023
रेल संपर्क में होगा सुधार
उत्तराखंड में ब्रॉड गेज रेल मार्गों के शत प्रतिशत विद्युतीकरण करने से क्षेत्र में रेल संपर्क में सुधार होगा और ट्रेनों की गति भी बढ़ेगी। भारतीय रेलवे मिशन 100 प्रतिशत विद्युतीकरण को पूरा करने के लिए तेजी से प्रयासरत है और दुनिया में सबसे बड़ा हरित रेलवे नेटवर्क की ओर अग्रसर है।
2024 तक का लक्ष्य
अब भारतीय रेलवे अपनी सेवाओं को और अधिक सुगम और अत्याधुनिक बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। इस हेतु रेल मंत्रालय ने वित्तीय वर्ष 2023-24 तक देशभर की ब्रॉड गेज लाइनों का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए रेल मंत्रालय 21,000 करोड़ रुपये खर्च करेगा।
रेल मंत्रालय का 2030 तक शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य
भारतीय रेल मिशन 100 फीसदी विद्युतीकरण को पूरा करने की दिशा में तेजी से प्रगति कर रहा है। रेल मंत्रालय ने 2030 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने के साथ अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने का लक्ष्य रखा है। रेलवे विद्युतीकरण की गति पर्यावरण के अनुकूल है और प्रदूषण को भी कम करती है, 2014 के बाद से 9 गुना गति से बढ़ी है। इसी दिशा में रेलवे ने ब्रॉड गेज मार्गों के विद्युतीकरण की योजना बनाई है, जिससे डीजल कर्षण को समाप्त करने में मदद मिलेगी, जिसके परिणामस्वरूप इसके कार्बन फुटप्रिंट और पर्यावरण प्रदूषण में महत्वपूर्ण कमी आएगी।