हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी रविवार,18 मार्च 2018 के दिन 11 कुण्डीय गायत्री यज्ञ का आयोजन भारद्वाज गुरुकुल, बेगूसराय के ऑडिटोरियम में किया गया। यह सुखद संयोग था कि भारतीय नववर्ष का प्रथम दिन के साथ साथ नवरात्र की भी शुरुआत हुई। सद्बुद्धि की देवी, माँ गायत्री मनुष्य के मन एवं विचार को बल देती हैं।सूर्य उपासना तन को स्वस्थ रखता है।स्वस्थ तन के साथ अगर स्वस्थ मन भी हो जाय तो जीवन सार्थक हो जाय। वैज्ञानिक भाषा में कहें तो स्वस्थ तन यानी अच्छे hardware में स्वस्थ मन यानी अच्छा software डाल दिया जाय तो फल बहुत सुखद होता है।हवन के विज्ञान को विस्मृत करने का दुष्परिणाम समाज और पर्यावरण दोनों झेल रहा है।इस विज्ञान को सहेजने का प्रयास विद्यालय परिवार करता आ रहा है।परिसर के अंदर ही हवन में उपयोगी सामान करीब करीब उपलब्ध है। सैंकड़ों बच्चों के द्वारा एक साथ अपने गुरु के साथ मंत्रोच्चारण एकता के भाव को बल देता है।बिना किसी सामाजिक भेदभाव का यह आयोजन गायत्री शक्तिपीठ,बेगूसराय के देखरेख में सम्पन्न हुआ। गायत्री परिवार ,बेगूसराय के मुख्य ट्रस्टी श्री ब्रजनंदन राय जी के सहयोग से एवं श्री राम प्रसाद जी के निर्देशों पर यह यज्ञ सम्पन्न हुआ।शिव प्रकाश भारद्वाज अपनी पत्नी अमृता भारद्वाज मुख्य यजमान थे।
हर साल की भांति इस वर्ष भी भारद्वाज गुरुकुल ने कराया कुण्डीय गायत्री यज्ञ
