पटना – स्मार्ट सिटी की दौड़ में शामिल पटना में ठेले पर गोलगप्पे बेचने वाले की स्मार्टनेस चर्चा में है। वह अपने ग्राहकों से ‘पेटीएम’ के जरिए पेमेंट की सुविधा देता है। पटना के प्रतिष्ठित मगध महिला कॉलेज की छात्राएं तो उसकी फैन हैं।विदित हो कि ‘पेटीएम’ सीधे बैंक अकाउंट से जुड़ा एक ई-वॉलेट होता है। इसके जरिए शॉपिंग की जा सकती है। मोबाइल पर ‘पेटीएम’ एप डाउनलोड करने के बाद उसपर अपना अकाउंट बनाया जाता है। ‘पेटीएम’ वॉलेट का उपयोग करने के लिए उसमें अपने बैंक अकाउंट से पहले ही कुछ पैसा जमा कर दिया जाता है।मगध महिला कौलेज के गेट पर गोलगप्पे के ठेला पर एक बोर्ड देखकर लोग पलभर के लिए चौंक जाते हैं। यह बोर्ड ठेले के ग्राहकों के लिए पेटीएम की सुविधा की जानकारी देता है। इस ठेले को 12वीं पास गरीब किसान का बेटा सत्यम चलाता है, जो अपनी कमाई के पैसों से आगे कॉलेज में नामांकन कराने की तैयारी कर रहा है।दरअसल, स्मार्टफोन पर इस नई तकनीक के आने के बाद छोटे कारोबारी भी स्मार्ट हो रहे हैं। सत्यम भी उन्हीं में शामिल है। सत्यम बताता है कि इससे खुदरा पैसे के लिए चिकचिक नहीं होती है। कैश रखने की भी मजबूरी नहीं होती है। कॉलेज की छात्राएं ठेले से गोलगप्पे खातीं और पेटीएम के माध्यम से पेमेंट करती हैं। मगध महिला कॉलेज की एक छात्रा शेफाली इस ठेला की नियमित ग्राहक हैं। वे कहती है, कम पैसे रहने पर पेटीएम का उपयोग करने में सुविधा रहती है। कॉलेज की रागिनी ने भी कहा कि यह सुविधाजनक है।
स्मार्ट सिटी होने के पहले हीं पटना के ठेला वाले स्मार्ट बने रहे हैं। मगध महिला कॉलेज गेट पर एक ठेलावाला गोलगप्पे बेच कर पेमेंट ‘पेटीएम’ से लेता है। लड़कियां हैं उसकी फैन|
