नई दिल्ली: भारत ने 13 साल में पहली बार पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए एलओसी पर तोपों को इस्तेमाल किया. एबीपी न्यूज़ के अनुसार भारत ने ये कार्रवाई शहीद मनदीप के शव के साथ हुई बर्बरता का बदला लेने के लिए की.
याद दिला दें कि 28 अक्टूबर को कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में भारतीय जवान मनदीप सिंह शहीद हो गए थे. गोली लगने के बाद मनदीप एक नाले में गिर गया था, वहीं पर पाकिस्तानी आतंकी उसका सिर काट ले गए थे. तीन घंटे चली इस मुठभेड़ में एक आतंकी को भी मारा गया था. इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तानी चौकियों को उड़ाया, जिसकी वीडियो रिकार्डिंग भी पाकिस्तानी चौकियों में तबाही की कहानी बयान कर रही है.
केरन सेक्टर में 29 अक्टूबर की रात भारतीय सेना ने जवाब दिया. सेना ने अपनी तोपों का मुंह सीधे पाकिस्तानी चौकियों की तरफ खोला. पाकिस्तानी रेंजर्स के 40 जवान भारतीय कार्रवाई में मारे गए. पाकिस्तान की चार बड़ी चौकियों को भी तबाह कर दिया गया.
बता दें कि पीओके में आतंकवादी ठिकानों पर सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है. लाइन ऑफ कंट्रोल से लेकर अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर तक पाकिस्तान फायरिंग करके सीमा पर बसे गांवों को निशाना बना रहा है. इसके जवाब में भारतीय सेना ने पहली बार LOC पर तोपों का इस्तेमाल कर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है.
सूत्रों के मुताबिक़ भारतीय फ़ौजों की इस जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी फ़ौजें पूरी ताक़त झोंक रखी है, लेकिन भारतीय सेनाओं की सतर्कता की वजह से पाकिस्तान की एक नहीं चल पा रही. पाकिस्तान की एलओसी पर सतर्कता भी घटी है. इधर सरकार के शीर्ष सूत्रों ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जा रहा है जिसका असर पिछले तीन-चार दिनों में साफ दिख रहा है.
पिछले 2 दिनों से पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग रुक गई है. अब तक 18 घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया जा चुका है. वहीं सेना ने शहीद मनदीप की शहादत का बदला भी ले लिया है.