पटना -गरीब बच्चों की मेधा तराश उन्हें आइआइटी की प्रवेश परीक्षा में सफलता दिलाने के लिए प्रसिद्ध ‘सुपर 30’ संस्थान के संचालक आनंद इन दिनों आरोपों से घिरे हैं। इस बीच भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा (शॉटगन) ने इसे आनंद को बदनाम करने की साजियश करार दिया है। केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव भी आनंद कुमार के समर्थन में खड़े हो गए हैं।
शॉटगन बोले: हमें सुपर 30 पर गर्व
आनंद के समर्थन में अपने ट्वीट में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि वे सुपर 30 के आनंद कुमार पर गर्व करते हैं। आशा है समाज के लोग प्रायोजित मुद्दों के विरोध में आनंद कुमार के साथ खड़े होंगे, जिससे वे अपने देश को शीर्ष पर ले जाने के मिशन जारी रख सकें। शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे लिखा है कि कुछ लोग निहित स्वार्थ में बिहार के बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। आनंद के समर्थन में खड़े होते हुए उन्होंने लिखा है कि वे व्यक्तिगत रूप से आनंद को जानते हैं। उनका काम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना है। इसमें कुछ लोग बाधा डाल रहे हैं।
कुशवाहा ने बताया छवि को धूमिल करने की साजिश
केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने भी ट्वीट कर कहा कि यह दुखद है कि सुपर 30 के संचालक आनंद कुमार के खिलाफ अभियान छेड़कर कुछ खास समूह उनकी छवि को धूमिल कर रहे हैं। समाज के मेहनतकश वंचित, शोषित व पिछड़े तबके वाली पृष्ठभूमि से निकलकर आनंद की सुपर 30 ने बिहार और भारत का नाम रोशन किया है जिसकी प्रशंसा की जानी चाहिए।
गरीब बच्चों को दिया नया जीवन: तेजस्वी
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट मेे लिखा है कि प्रत्येक बिहारी को आनंद की उपलब्धियों और पुरस्कारों पर गर्व है। उन्होंने राज्य के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण के माध्यम से प्रसिद्धि पाई है। उन्होंने गरीब बच्चों को मार्गदर्शन देकर नया जीवन दिया है। चलो एकजुटता से उनके साथ खड़े हो जाओ। तेजस्वी ने कहा है कि आनंद कुमार को बदनाम करने के लिए कुछ ताकतें गलत प्रचार करवा रही हैं। आनंद गरीब बच्चों को शिक्षित करते हैं, यही कारण है कि उन पर एक बायोपिक भी बन रही है।
आनंद पर लगे ये आरोप
कुछ छात्रों ले आरोप लगाया कि आनंद कुमार ‘सुपर 30’ में एडमिशन के लिए मैसेज देकर ‘रामानुजम स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स’ में एडमिशन लेते हैं। आइआइटी में सफलता के आंकड़ों का सारा गोरखधंधा इसी में निहित है। जेईई-मेन क्वालिफाई करने के बाद ऐसे विद्यार्थियों को सुपर 30 में दिखा दिया जाता है। छात्रों ने यह भी आरोप लगाया है कि पिछले साल सुपर 30 में 22 छात्र थे, लेकिन आनंद ने 26 के सफल हाने का दावा किया है। वे सफल छात्रों के नाम जारी नहीं कर रहे हैं।
आनंद ने कही ये बात
इन आरोपों के संबंध में आनंद ने कहा कि सुपर-30 को बदनाम करने की साजिश रची गई है। आरोप लगाने वालों को सबूत भी देने चाहिए। वे ऐसे बेबुनियाद आरोपों का संज्ञान नहीं लेते।