कांडी(गढ़वा) : भंडारिया से सुंडीपुर बनकट तक सिंचाई नहर में निर्माण कार्य कर रही कंपनी द्वारा भारी अनियमितता बरती जा रही है।
निर्माण में नहर ढलाई से पूर्व मोरम देना था, जबकि मोरम के जगह पर मिट्टी दिया गया है। उसी पर ढलाई की जा रही है।
उक्त विषय के संदर्भ में प्रखंड बिस सूत्री अध्यक्ष-रामलला दुबे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा।उन्होंने कहा कि अनियमितता की शिकायत मिलने पर हमने स्थल पर जाकर कंपनी के मुंशी को बढ़िया मोरम देकर ढलाई करने की हिदायत दी एवं मानक के अनुरूप नहर की ढलाई में मिटी एवं सीमेंट लगाने का आग्रह किया, लेकिन काम में कोई सुधार नहीं हुआ।
कई बार शिकायत मिली की नहर में कार्य मानक के अनुरूप नहीं हो रहा है।ढलाई में बढ़िया किस्म का सीमेंट एवं छरी का प्रयोग नहीं किया जा रहा है।
स्थानीय जनता के विरोध करने पर कंपनी द्वारा प्रशासनिक महकमा से डराया जा रहा है।डर पैदा करके जनता की आवाज को दबाया जा रहा है।साथ ही उन्होंने कहा कि नहर निर्माण कार्य में जो बालू का इस्तेमाल किया जा रहा है।
बिना चालान के ही फर्जी बालू का ढुलाई धड़ल्ले से किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि सरकार की महत्वपूर्ण योजना जैसे- प्रधानमंत्री आवास, शौचालय आदि के लिए बालू की किलत है। लाभुक बालू का चालान कटवा कर ला रहे हैं,जबकि कंपनी के द्वारा बिना चालान के ही सैकड़ों ट्रेलर बालू मंगाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि बिना चालान के बालू का ढुलाई करना प्रशाशनिक रूप से भी गैर कानूनी है।वहीं कंपनी पर भारी अनियमितता बरते जाने का आरोप भी लगाया।सरकार नहर में काम इसलिए करवा रही है कि किसानों के खेत में पानी पहुंचे व किसान अच्छा फसल ऊगा सकें।लेकिन नहर का कार्य जिस प्रकार हो रहा है,उससे सभी खेतों में पानी नहीं पहुंच सकता।कहीं-कहीं नहर से ऊंचा बगल का खेत ही है।किसानों को अपने खेत में पानी ले जाना बहुत ही मुश्किल का कार्य होगा।जनता का पैसा लग रहा है।जनता का अधिकार है
सरकारी कार्य की पूरी तरह देखभाल करना।कंपनी मानक के अनुरूप एवं जनता के हित में कार्य करे।जनता के विरोध करने पर धमकी दिया जाना पूर्ण रूप से ठीक नहीं।
यदि नहर में ठीक तरह से कार्य नहीं हुआ तो झारखंड एवं बिहार के दोनों मुख्यमंत्री से इसकी शिकायत की जाएगी।