सारण से अमित कुमार की रिपोर्ट
- भाई ने बहन की मौत की मेडिकल रिपोर्ट पर जताया संदेह
- पुलिस मामले में बरत रही शिथिलता
- अभी तक नही हुई किसी की गिरफ्तारी

नौकरी में लगने वाले घुस के पैसे मायके से नही लाने पर दहेज लोभियों ने वंदना को जहर देकर मार डाला। मामला छपरा के सोनपुर का है। मृतिका वंदना के भाई नवनीत ने हरिहरनाथ ओपी थाने में आवेदन देकर ससुराल पक्ष को आरोपित किया है।
नवनीत का कहना है कि वर्ष 2013 में वंदना की शादी हरिहरनाथ ओपी थाना क्षेत्र के किसलय श्रीवास्तव के साथ हिन्दू रीति रिवाज से सम्पन्न हुई थी। तब किसलय एक डेयरी कंपनी में कार्यरत थे। शादी के कुछ ही महीने बाद किसलय डेयरी की नौकरी छोड़ कर घर पर बैठ गए। कभी व्यवसाय तो कभी सरकारी नौकरी में लगने वाली घुस की राशि के लिए वंदना पर बार-बार दबाव बनाया जाता था।
नौकरी में लगने वाले घुस के पैसे नही मिलने पर ससुराल वाले करने लगे प्रताड़ित
किसलय के साथ – उनकी दोनों शादी शुदा बहने और सास ने मायके से पैसे का व्यवस्था करने के लिए दबाव बनाया जाता था। वंदना मायके की आर्थिक हालात का हवाला देकर कहती थी कि मायके वाले जितना सक्षम थे शादी के मौके पर दहेज के रूप में दे चुके है अब उनकी आर्थिक हालात ठीक नही है। ऐसी परिस्थिति में मायके से आर्थिक रूप से सहयोग मिलना संभव नही है। इसी बात को लेकर आये दिन वंदना के ससुराल वाले उसे तरह तरह से प्रताड़ित करना शुरू कर दिए।

13 फरवरी 2019 को हुई थी घटना
वंदना के भाई नवनीत के मोबाइल पर अचानक 13 फरवरी 2019 को किसलय फोन कर बताते है कि वंदना की तबीयत खराब हो गई है। सूचना मिलते ही नवनीत ने आनन-फानन में अपने एक नजदीकी रिश्तेदार को वंदना के ससुराल पहुचने को कहा। नवनीत का रिश्तेदार जब बन्दना के ससुराल पहुचा तो देखा कि वंदना विस्तर पर छटपटा रही है और उसके मुँह से झाग निकल रहा है। वही वंदना के ससुराल वाले उसको इलाज कराने अस्पताल ले जाने के बदले आपस मे बात चीत करने में व्यस्त थे। वंदना की हालत देख उसके ससुराल पहुचे नवनीत के रिश्तेदार ने वंदना को अस्पताल पहुचाया जहा चिकित्सको ने इलाज के बाद मृत घोषित कर दिया।
न्याय के भाई अधिकारियों के चौखट पर लगा रहा गुहार
नवनीत तब से अधिकारियों के चौखट पर गुहार लगाते फिर रहे है लेकिन आज तक आरोपियों की गिरफ्तारी नही की गई। नवनीत ने वंदना के ससुराल पक्ष पर आरोप लगाया चिकित्सको से साठ गांठ कर पोस्टमार्टम रिपोर्ट को प्रभावित किया जा रहा है। उसका कहना है कि चिकित्सक द्वारा लिखे गए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई खामियां देखने को मिली है जिससे इस आशंका को मजबूती प्रदान करता है। उदाहरण स्वरूप बताया कि चिकित्सक ने मौत के समय वंदना की मुह बंद होने की बात कही है जबकि उसके मुंह खुले हुए थे और मुह से झाग निकल रहा था।