(रिपोर्ट – अनुभव)
विगत 16 माह से मोकामा – बड़हिया टाल क्षेत्र के किसान अपनी मांगों को लेकर चरणबद्ध तरीके से शांतिपूर्वक आंदोलन करते आ रहे हैं ।इसी कड़ी में शनिवार को मोकामा एवं बड़हिया के किसानों ने मोकामा में प्रखंड मुख्यालय पर जबकि बड़हिया में लोहिया चौक पर एक दिवसीय सामूहिक उपवास एवं धरना का आयोजन किया ।वादा करने के बावजूद रवि फसलों के क्रय केंद्र नहीं खुलने से क्षेत्र के किसान काफी आक्रोशित हैं और आंदोलन के मूड में दिखे। किसानों का आरोप है कि सरकार शिथिल हो गई है जिसे नींद से जगाने के लिए आंदोलन की जरूरत है। किसानों की मांग है कि
1- रबी फसल ,दलहन ,मसूर, चना, गेहूं के क्रय केंद्र न्यूनतम समर्थन मूल्य पर प्रत्येक प्रखंड में खोला जाए,
२- फसलों का समर्थन मूल्य तय करने में किसानों की भी भागीदारी हो,
3- उचित भंडारण की व्यवस्था की जाए ,
4- किसानों को दूध की कीमत दस रुपये प्रति लीटर बढ़ाई जाए,
5- पंजीयन कराने में किसानों को जो परेशानी हो रही है उसे सरकार शीघ्र अति शीघ्र दूर करें,
6- साथ ही साथ किसानों की मांग है कि तेलंगाना राज्य की तर्ज पर किसानों को दस हजार रुपए प्रति एकड़ सहायता राशि मुहैया कराई जाए।
मौके पर मौजूद किसान नेता भवेश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार इस समस्या के लिए केंद्र सरकार को दोष देती है, वहीं केंद्र सरकार राज्य सरकार को दोष देती है। जबकि विभाग से पता चला है कि राज्य सरकार ने इस समस्या के समाधान के लिए केंद्र को कोई पत्र ही नहीं लिखा है। आज किसान कर्ज लेकर घर के आवश्यक कार्य कर रहे हैं जबकि पिछले दो सालों से किसानों का अनाज घर में रखा है। उन्होंने कहा कि यदि नेता चुनाव की तैयारी कर रहे हैं तो अब किसान भी चुनाव की तैयारी कर रहे हैं ।मोकामा में कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान प्रमोद सिंह ने की जबकि संचालन किसान नेता आनंद मुरारी ने किया। मौके पर किसान नेता प्रणव शेखर शाही, ओमप्रकाश ,रविशंकर ,उमेश सिंह सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।