पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राजगीर में नवनिर्मित बिहार पुलिस अकादमी का फीता काटकर एवं शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। साथ ही महिला एवं पुरूष सिपाहियों के लिए प्रशिक्षण भवनों का शिलान्यास रिमोट का बटन दबाकर किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इस बात की खुशी है कि बिहार पुलिस अकादमी के भवन का उद्घाटन हुआ है। 13 अगस्त 2010 को इसका शिलान्यास किया गया था, जिसमें से बने भवनों का आज उद्घाटन किया गया, बाकी चीजों का निर्माण कार्य तेजी से पूरा करने की योजना है। पुलिस प्रशिक्षण के लिए यह भवन उपयुक्त है, जिसमें डी0एस0पी0 से लेकर सब इंस्पेक्टर तक की यहां ट्रेनिंग होगी। साथ ही सिपाहियों के लिए प्रशिक्षण भवन बनने के बाद यहां सिपाहियों का भी प्रशिक्षण होने लगेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार बटंवारे के बाद पुलिस प्रशिक्षण के लिए यहां कोई उपयुक्त प्रशिक्षण संस्थान नहीं बचे थे। भागलपुर के नाथनगर में ही पुलिस ट्रेनिंग होती है। हमलोगों ने पुलिस एकेडमी के भवन के निर्माण की योजना बनायी और उसके लिए राजगीर के इस जगह का चयन किया गया। बगल में ही नालंदा विश्वविद्यालय का निर्माण किया जा रहा है। हमलोगों ने नालंदा विश्वविद्यालय को वल्र्ड हेरिटेज साइट के रुप में घोषित करवाया। नालंदा विश्वविद्यालय की पहचान एक विशिष्ट विश्वविद्यालय के रुप में फिर से बनेगी, जहां देश-विदेश के लोग अध्ययन करने आएंगे। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से राजगीर पहाड़ी के नीचे सी0आर0पी0एफ0 का केंद्र बनवाया और यहां पर बिहार पुलिस अकादमी का निर्माण करवाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता संभालने के समय हमारे यहाॅ बिहार पुलिस के लिए पोशाक, अस्त्र-शस्त्र एवं वाहनांे की स्थिति अच्छी नहीं थी। हमलोगों ने उनकी जरुरतों के मुताबिक पोशाक की राशि को उपलब्ध कराया। अच्छे वाहन एवं अत्याधुनिक अस्त्र-शस्त्र की व्यवस्था करवायी। उन्होंने कहा कि सत्ता संभालने के बाद पहली समीक्षा बैठक में मैंने जानकारी मांगी तो पता चला की पुलिस बल की औसत आयु 38 वर्ष है। पुलिस को चुस्त दुरुस्त बनाने के लिए भी काम किया गया। सैप की बहाली करायी गई। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में पुलिस बल की बहाली हो रही है। 133 एकड़ में बनने वाला यह पुलिस अकादमी उत्कृष्ट है। उन्होंने कहा कि मेरा सुझाव है कि इसके अगल-बगल में पेड़-पौधे लगाए जाएं ताकि पर्यावरण के लिए लाभदायक हो। उन्होंने कहा कि पटना के जवाहर लाल नेहरू पथ पर सरदार पटेल भवन बना है, जो पुलिस मुख्यालय भी है। साथ ही आपदा प्रबंधन का संचालन भी वहां से होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस की एक-एक चीज का हमलोगों ने ख्याल रखा है। पुलिस बल की बहाली, प्रशिक्षण, अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था, उनकी जरुरतें सबको ध्यान में रखा है। राज्य सरकार आपलोगों की चिंता करती है, आपलोग भी बिहार के लोगों की चिंता कीजिए। राज्य में कानून का राज कायम रहना चाहिए। राज्य सरकार आपकी स्वायत्तता में कोई दखल नहीं देती है। न हम किसी को फंसाने को कहते हैं, न हम किसी को बचाने को कहते हैं। हमारी आपसे अपेक्षा है कि दोषी को बख्शा नहीं जाए और निर्दोष को फंसाया नहीं जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधियों को पकड़ना आपकी जिम्मेवारी है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता अधिकार संपन्न है। उनकी रक्षा और देखभाल कर आप उन पर अपना भरोसा कायम रखें। उन्होंने कहा कि सरकार के तंत्र की कामयाबी के लिए पुलिस तंत्र की मुस्तैदी जरुरी है। आपकी मुस्तैदी से लोगों के बीच में आपकी प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी और लोगों के बीच में भरोसा भी कायम रहेगा। उन्होने कहा कि अपराधी को पकड़कर समय सीमा के अंदर सजा दिलाएं, इसके लिए सरकारी गवाह की उपस्थिति को भी सुनिश्चित कराएं। इन्वेस्टिगेशन के लिए प्रत्येक थाने में पृथक तौर पर जिम्मेवारी तय करें ताकि जांच कार्य में तेजी आयेे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर ऐतिहासिक, पौराणिक एवं पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी विशिष्ट जगह है। यहां भगवान बुद्ध सिद्धार्थ के रुप में भी आए थे और बुद्ध बनने के पश्चात यहां वेणुवन में ठहरते थे और गृद्धकुट पर्वत पर उपदेश देते थे। भगवान महावीर ने यहां पहला उपदेश दिया था। सूफी संत मखदूम साहब की यह भूमि है, गुरु नानक भी यहां आए थे। बाहर से आने वाले पर्यटक भी इस पुलिस अकादमी भवन को देखने-समझने आएंगे। उन्होंने कहा कि यहां ऐसी ट्रेनिंग दी जाय, जो सही मायने में मानवता का संदेश हो। पुलिस बल का दायित्व मानवता की रक्षा करना भी है। यहां ट्रेनिंग कार्य के बेहतर संचालन के लिए अगर अतिरिक्त विशेषज्ञों की जरुरत होगी तो राज्य सरकार उसके लिए राशि उपलब्ध कराएगी। इसे इतना उत्तम संस्थान बनाइये कि आई0ए0एस0 और आई0पी0एस0 भी यहां ट्रेनिंग के लिए आएं। मेरी अपेक्षा आपलोगों से