पटना, 23 जून । बिहार विधान सभा की लोक लेखा समिति के सभापति और वरिष्ठ भाजपा नेता श्री नंदकिषोर यादव ने कहा है कि राज्य सरकार की उपेक्षा नीति ने आधी आबादी को दया का पात्र बना दिया है । बहू- बेटियों की इज्जत आबरू तो सरेआम लूट रही है, डेढ़ लाख से अधिक आंगनबाडीकर्मियों को कई महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण उनके पेट में आग लगी है उनके घरों में चूल्हे बुझ चुके हैं तो राजनीति के पायदान पर सरकार महिलाओं को आगे बढ़ने में अड़ंगा पैदा करती है ।
श्री यादव ने आज यहां कहा कि राज्य के विभिन्न भागों में पिछले एक सप्ताह के भीतर महिलाओं के साथ अत्याचार, शोषण और जिंदा जलाने की लोमहर्षक घटनाओं से पूरी आधी आबादी सहमी हुई है। मामला उन डेढ़ लाख से अधिक आंगनबाड़ी सेविकाओं व सहायिकाओं का बड़ा गंभीर है जिन्हें पिछले कई माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है। सूबे की 91,670 आंगनबाड़ी केन्द्रों में कार्यरत 1.5 लाख कर्मियों की कोई सुध लेने वाला नहीं उस पर 23000 नया आंगनबाड़ी केन्द्र खोलने और 46000 सेविकाओं की नई बहाली का राज्य भर करने का फैसला जले पर नमक छिड़कने वाला है। मानदेय में वृद्धि और समय पर इसका भुगतान, सरकारी सेवकों का दर्जा और पेंषन की सुविधा देने, पदोन्नति की सुविधा आदि मांगों को लेकर आंगनबाड़ी सेविकाएं सड़क पर उतर चुकी हैं जिसका राज्य सरकार ने लाठी-डंडे बरसा कर उनका स्वागत किया है।