प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि कोई भी सकारात्मक परिणाम तबतक नहीं मिलता जबतक टीम समर्पित नहीं हो। पीएम मोदी ने यह बातें पीएमओ में कार्यरत कर्मचारियों से बात करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सपने कितने ही सुहाने क्यों न हों, तब तक परे नहीं होते जब तक साथियों की सोच काम को लेकर एक जैसी नहीं होती है। पीएम ने बीज गणित के फॉर्म्युले का जिक्र कर पीएमओ कर्मियों की ऊर्जा के बारे में बताया।
पीएम मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रपति से मिलकर 16वीं लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की।
पीएम मोदी ने कहा कि पांच साल तक, जिस इरादे से 2014 में चले थे 2019 तक हमने अपने मार्ग में जरा भी भटकाव नहीं आने दिया। हम समर्पण बढ़ाते गए। लोगों की अपेक्षाओं के कारण काम का दबाव बढ़ता गया। लोगों के विश्वास के कारण जब दबाव बढ़ता है तो वह ऊर्जा में बदल जाता है। हम लोगों ने अनुभव किया कि जो देश की अपेक्षाओं का दबाव में हमारे लिए बोझ नहीं बना, बल्कि हमारी ऊर्जा बन गया।